‘मर्दाना ताकत की जड़ी है छिपकली का लिंग’…चौंकाने वाली ख़बर

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मर्दाना ताकत की जड़ी-बूटी बताकर बाजार में बेची जा रही दवाई दरअसल छिपकली का लिंग है. ये हैरान करने वाला खुलासा किया है वन्यजीव संरक्षणवादी जोस लुइस ने…

मर्दाना ताकत की जड़ी-बूटी और रहस्यमई जड़ों के नाम पर नर छिपकली के लिंग का व्यापार तेजी से फल-फूल रहा है. लुइस के मुताबिक, इंटरनेट पर हिमालय की रहस्यमई जड़ और मर्दाना ताकत की जड़ी बता कर जो दवाई बेची जा रही है दरअसल वह नर छिपकली का लिंग है. इंटरनेट पर ‘हथ जोड़ी’ बता कर लोगों को ठगा जा रहा है.

मर्दाना ताकत की जड़ी-बूटी के नाम पर धोखा

इंटरनेट पर ‘हथ जोड़ी’ को मर्दाना ताकत की जड़ी बता कर पेश किया जा रहा है. यह दो हथेली के आकार के किसी पेड़ की जड़ जैसे दिखने वाले छिपकली के लिंग. अगर आप जानकार नहीं हैं तो इन्हें देखकर आप भी आसानी से धोखा खा जाएंगे. पुलिस के मुताबिक नर छिपकलियों को मारकर उनका लिंग काट लिया जाता है. इसके बाद इन्हें सुखाकर बाजार में यह कहकर बेच दिया जाता है कि यह मर्दाना ताकत को बढ़ाने की जड़ी है. लुइस ने बताया, नर छिपकली का लिंग शरीर के अंदर छिपा रहता है और जब वह मादा के साथ सहवास करने की तैयारी करता है तब उसका लिंग उसके शरीर के बाहर आता है.

मर्दाना ताकत की जड़ी को लेकर बड़ा खुलासा

करीब 6 महीनों की इन्वेस्टिगेशन के बाद मर्दाना ताकत की जड़ी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ. लुइस बताते हैं जब उन्हें हिमालय की रहस्यमई जड़ों के बारे में पता चला तो उन्होंने इसकी पड़ताल शुरू की. इसके बाद वह ऐसे ज्योतिषियों तक पहुंचे जो दो से 3000 में नर छिपकलियों के लिंग को मर्दाना ताकत की जड़ी बताकर बेच रहे थे. यह ज्योतिषी पश्चिमी और मध्य भारत के रहने वाले थे और इन्होंने नर छिपकलियों के सूखे हुए लिंग को हिमालय की रहस्यमई जड़ बताकर बेच दिया.

इन ज्योतिषियों ने कुछ लोगों से यह भी कहा कि अगर आप इन जड़ों को अपने घरों में रखते हैं तो इससे बरकत आएगी और आपका दांपत्य जीवन सुखमय बन जाएगा. आस्था और अंधविश्वास की आड़ में यह ज्योतिषी लोगों को नर छिपकली का लिंग बेच रहे थे.

छिपकली का लिंग और मर्दाना ताकत की जड़ी

नर छिपकली के मीट और लिंग को लेकर बहुत सारी बातें कहीं गई है. ऐसा माना जाता है कि छिपकली का मीट खाने से अकूत ताकत आती है. और इसके लिंग के सेवन से मर्दाना ताकत में बढ़ोतरी होती है. कई जानकार तो यह भी बताते हैं कि भारत के महान योद्धा तानाजी मालुसरे किसी युद्ध में अपने पालतू छिपकली को जरूर साथ ले जाया करते थे. और उन्होंने इन नर छिपकलियों की मदद से कई लड़ाइयां भी जीतीं.

भारत में वर्जित है इस तरह का व्यापार

वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट के तहत भारत में छिपकली के मीट या लिंग की तस्करी करना उतना ही बड़ा अपराध है जितना टाइगर और हाथी को मारना. लेकिन नर छिपकली की बढ़ती डिमांड के चलते इसके मीट, त्वचा और लिंग की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है.

लुइस के मुताबिक उन्होंने वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन ब्यूरो में पर्याप्त सबूत पेश किए हैं और ब्यूरो ने देशभर में पिछले 3 महीनों में छापेमारी कर के करीब 300 ‘हथ जोड़ी’ बरामद की है. मर्दाना ताकत की जड़ी बताकर बेची जा रही जड़ की तस्करी से जुड़ी इन्वेस्टिगेशन के दौरान एक पूर्व कस्टम ऑफिसर जो बाद में ज्योतिष हो गए उनसे मुलाकात की. और उनके पास 30 नर छिपकली के लिंग थे.

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