अखिलेश और शिवपाल का विवाद खत्म, अब इस रणनीति से 2022 का चुनाव लड़ेगी सपा
अखिलेश और शिवपाल का विवाद खत्म होता हुआ नजर आ रहा है. सपा मुखिया ने एक इंटरव्यू के दौरान चाचा के लिए जो कहा उसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि चाचा भतीजे के बीच सब कुछ ठीक हो गया है.
अखिलेश और शिवपाल के बीच 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले दूरियां खत्म कराने की कवायद में लगे मुलायम सिंह यादव को कामयाबी मिलती हुई दिखाई दे रही है. ऐसा लग रहा है कि चुनाव से पहले चाचा भतीजा एक साथ दिखाई देंगे. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक टीवी चैनल से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस या बीएसपी से गठबंधन नहीं करेगी, बल्कि छोटी पार्टियों को साथ लेकर चलेगी. उन्होंने चाचा शिवपाल यादव को लेकर कहा कि उनकी पार्टी को भी साथ लेकर चलेंगे.
अखिलेश और शिवपाल दूरियां खत्म करने को तैयार
अखिलेश से पूछा गया कि क्या चाचा शिवपाल को चुनाव से पहले साथ लाने की कोशिश हो रही है? क्या उनकी पार्टी भी साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी? इस पर अखिलेश ने जवाब देते हुए कहा, “शिवपाल यादव की सीट है जसवंत नगर, उस सीट पर सपा कोई चुनाव नहीं लड़ेगी. और अगर उनके साथ कोई है जो राजनीतिक परिस्थितियों के साथ कहीं लड़ सकता है तो सपा विचार करेगी. जितने भी छोटे दल हैं उनको साथ लेकर सपा चलेगी. उनका भी दल है. उस दल को भी साथ लेगी.” जब उनसे पूछा गया कि गठबंधन होगा या वापस आ जाएंगे तो उन्होंने साफ कहा कि गठबंधन ही होगा.
2017 में बिगड़े थे रिश्ते 2022 में संभलेंगे
चाचा और भतीजे के बीच 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले दूरियां बनी थी. इसके बाद शिवपाल ने सपा से अलग होकर अपनी नई पार्टी बनाई थी. परिवार में पड़ी दरार की वजह से सपा को 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में काफी नुकसान उठाना पड़ा था. लेकिन अब 2022 के चुनाव से पहले अखिलेश यादव ऐसी गलती करना नहीं चाहते लिहाजा उन्होंने चाचा शिवपाल की पार्टी के साथ गठबंधन करने का मन बनाया है. अब दोनों के बीच किस फार्मूले पर बात बनेगी इसका ऐलान बहुत जल्द संभव है.
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