गर्मी के तेवर देखकर मौसम विभाग हैरान, जानिए आगे क्या होगा

0

फरवरी-मार्च में गर्मी के तेवर लोगों को ही नहीं मौसम विभाग को भी हैरान कर रहा है. हालत यह है कि फरवरी में ही लू चलने लगी है. लोग सोच रहे हैं कि अभी यह हालत है मई जून के महीने में क्या होगा?

दिल्ली-एनसीआर में मार्च से मई तक लू चलने और दिन-रात के तापमान सामान्य से अधिक रह सकते हैं. हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस तक अधिक रहने की 60 प्रतिशत संभावना है. इस साल आपको पिछले साल की तुलना में ज्यादा गर्मी झेलनी पड़ सकती है. मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया है कि, फरवरी में गर्मी के तेवर देख कर ऐसा लग रहा है कि इस बार गर्मी कुछ ज्यादा ही पड़ेगी.

किन इलाके में रहेगी ज्यादा गर्मी?

मौसम विभाग ने कहा है कि दिन का तापमान मार्च से मई की अवधि में आम दिनों की तुलना में अधिक रह सकता है. यह नॉर्थ, नॉर्थ वेस्ट और नॉर्थ ईस्ट भारत में देखा जा सकता है. इसके साथ ही भारत के समुद्र तटीय इलाके में भी सामान्य तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रह सकता है. इन इलाकों में छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र के तटीय इलाके, गोवा और आंध्रप्रदेश आदि शामिल हैं. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, यूपी, छत्तीसगढ़, झारखंड और उड़ीसा जैसे राज्यों में भी मार्च से मई के बीच औसत तापमान में वृद्धि हो सकती है.

छत्तीसगढ़ में पड़ सकती है ज्यादा गर्मी

मौसम विभाग ने बताया है कि इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि छत्तीसगढ़ और ओडिशा में सामान्य तापमान अधिक रहे. मौसम विभाग ने कहा है कि इन दोनों राज्यों में सामान्य तापमान सामान्य से 0.86 डिग्री सेल्सियस और 0.66 डिग्री सेल्सियस अधिक रह सकता है. मौसम विभाग ने कहा इस बात की संभावना है कि हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहे. दक्षिण भारत के राज्यों में इस साल मौसम सामान्य रहने के आसार हैं.

62 साल का रिकॉर्ड टूटा, लोगों का पसीना छूटा

मौसम विभाग ने कहा कि मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर और समुद्री सतह के तापमान पर मध्यम ला नीना की स्थिति है. इस साल गर्मी के मौसम में ला नीना की स्थिति बनी रहेगी. देश में इस साल जनवरी में रिकॉर्ड किया गया न्यूनतम तापमान पिछले 62 साल में सबसे ज्यादा था. मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण भारत में जनवरी के दौरान मौसम विशेष रूप से गर्म रहा. दक्षिण भारत में जनवरी माह में दर्ज किया गया न्यूनतम तापमान 22.33 डिग्री सेल्सियस रहा जो 121 साल में सबसे गर्म था.

फरवरी-मार्च में इतनी गर्मी तो मई-जून में क्या होगा

देश के कई हिस्सों में फरवरी के आखिरी दिनों से ही गर्मी शुरू हो गई है. गर्मी के तेवर देखते हुए मौसम विभाग का कहना है कि तापमान का यह रुझान आगे भी बने रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि हिमालय के निचले इलाकों, पूर्वोत्तर भारत, मध्य भारत का पश्चिमी हिस्सा और दक्षिण भारतीय प्रायद्वीप में रात के समय न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा रह सकता है.

यह भी पढ़ें:

अपनी राय हमें [email protected] के जरिये भेजें. फेसबुक और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *