ब्लैक फंगस (Black Fungus) से संक्रमित व्यक्ति की आंख निकाली गई, म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) को भी ‘महामारी’ माने

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केरल के तिरूर में कोविड-19 से मुक्त हो चुका एक मरीज ब्लैक फंगस (Black Fungus) से संक्रमित हो गया जिसके बाद उनकी एक आंख निकालनी पड़ी. इस इंफेक्शन के बढ़ते मामलों को देख कर स्वास्थ्य मंत्रालय ने म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) को महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत अधिसूच्य बीमारी बनाकर सभी मामलों की सूचना देने का आग्रह किया है.

ब्लैक फंगस (Black Fungus) से क्यों सहम गए हैं लोग?

केरल के तिरूर में कोविड-19 से मुक्त हो चुका एक मरीज ब्लैक फंगस से संक्रमित हो गया जिसके बाद उनकी एक आंख निकालनी पड़ी. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि डॉक्टरों को फंगस को मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकने के लिए उनकी एक आंख निकाली पड़ी. उन्होंने बताया कि मरीज को कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद 25 अप्रैल को मंजेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

तिरूर के पास एलूर के रहने वाले 62 वर्षीय मरीज को निमोनिया भी हो गया था लेकिन वह हाल में इससे ठीक हो गए थे. बहरहाल, कोविड के बाद वह घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे तब उनके सिर और चेहरे पर तेज दर्द हुआ. उन्हें पांच मई को कोट्टक्कल के आंखों के क्लीनिक ले जाया गया और बाद में पिछले हफ्ते कोझीकोड के एमआईएमएस रेफर कर दिया गया.

एमआईएमएस अस्पताल के सीईओ फरहान ने बताया कि ब्लैक फंगस (Black Fungus)से संक्रमित मरीज को एक हफ्ते पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था और संक्रमण को उनके मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकने के लिए डॉक्टरों को उनकी बाई आंख निकालनी पड़ी.

ब्लैक फंगस (Black Fungus)को लेकर चिंतित हुआ स्वास्थ्य मंत्रालय कहा- इसे ‘महामारी’ माने

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ब्लैक फंगस (Black Fungus) संक्रमण म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) को महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत अधिसूच्य बीमारी बनाकर सभी मामलों की सूचना देने का आग्रह किया है. मंत्रालय ने एक पत्र में कहा कि हाल के समय में कई राज्यों से कोविड रोगियों में फ़ंगस संक्रमण ‘म्यूकर माइकोसिस’ के रूप में एक नई चुनौती सामने आई है. यह बीमारी ख़ासकर ऐसे कोविड रोगियों में देखने को मिल रही है जिन्हें उपचार के दौरान स्टेरॉइड्स दिये गए और जिनका शुगर लेवल अनियंत्रित रहा.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा है कि ”फ़ंगस संक्रमण का परिणाम कोविड रोगियों में दीर्घकालिक रुग्णता और मौतों की संख्या में वृद्धि के रूप में सामने आ रहा है.” उन्होंने कहा कि इस संक्रमण के उपचार के लिए विभिन्न नज़रियों पर ग़ौर किये जाने की ज़रूरत है जिसमें आँखों के सर्जन, कान-नाक-गला विभाग के विशेषज्ञों, सामान्य सर्जन और अन्य का दृष्टिकोण शामिल हो.

Black Fungus क्या है? किन लोगों को इफेक्ट करती है ये बीमारी

What Is Black Fungus?: इस बीमारी में में कुछ गम्भीर मरीजों को बचाने के लिए उनकी आंखें निकालनी पड़ रही है. ब्लैक फंगस क्या है और किन लोगों में ज्यादा हो रही है? ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है, जब पिछले साल कोरोनावायरस शुरू हुआ था तो, उसमें भी कई लोगों को ब्लैक फंगस की बीमारी हुई थी. उस समय इतने कम लोगों को हुई कि यह बात मीडिया में नहीं आई. इस बार दूसरी लहर बहुत ज्यादा घातक है और बहुत से लोग इससे संक्रमित हुए हैं और इसी वजह से ब्लैक फंगस की बीमारी के ज्यादा पेशेंट आ रहे हैं.

जब किसी पेशेंट की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है तो उसे ब्लैक फंगस की बीमारी हो जाती है. साथ ही कोरोना के गंभीर मरीजों को ठीक करने के लिए स्टेरोइड भी दिए जाते हैं. ये स्टेरोइड आपकी बॉडी की इम्यूनिटी को और कम कर देते हैं. अगर कोरोनावायरस की बीमारी किसी ऐसे पेशेंट को हुई हो कि जिसकी पहले से ही इम्यूनिटी कमजोर हो, तो मान लीजिए डायबिटीज का पेशेंट्स हो, एचआईवी का पेशेंट हो, कैंसर का पेशेंट हो, या किसी का ट्रांसप्लांट हुआ हो, या कोई पेशेंट कोई ऐसी दवाई खा रहा हो जिससे इम्यूनिटी वैसे ही कम हो जाती है. इस तरह के पेंशेंट को जब कोरोना हो रहा है और स्टेरॉइड चल रहा है, तो उनकी इम्यूनिटी इतनी कम हो जाती है कि ये ब्लैक फंगस की बीमारी हो जाती है.

कैसे पहचानें आपको ब्लैक फंगस बीमारी हो रही है? | How To Identify If You Are Getting Black Fungus Disease?

कई लोग कोरोना से रिकवर होने के बाद शिकायत करते हैं कि उनको मुंह में सूजन महसूस हो रही है, या नाम स्टफी लग रही है. ये लक्षण ब्लैक फंगस के भी हो सकते हैं, जिसका समय रहते इलाज नहीं किया गया तो यह बीमारी घातक हो सकती है पेशेंट की मौत भी हो सकती है. यहां कुछ लक्षण हैं जिससे आप ये पता कर सकते हैं आपको ब्लैक फंगस की बीमारी हो रही है-

  1. अगर आप कोरोना से रिकवर कर रहे हैं या कोरोना से रिकवर हो चुके हैं तो उसके बाद भी सांस लेने में बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है.
  2. ऐसा लग रहा है कि नाक में कुछ फंसा हुआ.
  3. नाक में सूजन आ रही हो.
  4. यह बीमारी नाक और मुंह से शुरू होती है. अगर नाक में इस तरह के समस्या हो रही है, तो हो सकता है आपको ब्लैक फंगस की समस्या हो रही हो.

ब्लैक फंगस मुंह के ऊपर ही नहीं नीचे यानि फेफड़ोंतक भी आ सकता है, तो आपको सांस लेने में दिक्कत आ सकती है. अगर आपको इस तरह की कोई परेशानी या लक्षण महसूस होते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.

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