समझौता एक्सप्रेस हमेशा के लिए बंद, जानिए ट्रेन का इतिहास
जम्मू कश्मीर को लेकर भारत के रवैये से खफा पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस ट्रेन को हमेशा के लिए बंद कर दिया है. ये ट्रेन लाहौर से भारत के अटारी के बीच चलती थी. पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा है कि समझौता एक्सप्रेस को ‘हमेशा के लिए’ बंद किया जाता है.
पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस ट्रेन बंद करने का फैसला जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के लिए बाद किया है. भारत के जम्मू कश्मीर को पुनर्गठन करने के फैसले के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट सामने आई है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बात की पुष्टि की है. हालांकि भारत की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
समझौता एक्सप्रेस बंद करने से पहले पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय कारोबार भी बंद कर दिया था. पाकिस्तान ने भारत से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया है. समझौता एक्सप्रेस को रोकने से पहले गुरुवार को ही उसने अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया था. कुल मिलाकर जम्मू कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान कुछ भी कर गुजरने की दशा में है.
समझौता एक्सप्रेस को लेकर पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख़ रशीद अहमद ने कहा, “ये नहीं हो सकता कि कश्मीरियों पर जुल्म हो और पाकिस्तान की कौम खामोश होकर तमाशा देखती रहे. ऐसे में समझौता एक्सप्रेस को हमेशा-हमेशा के लिए ख़त्म कर दिया गया है. जिन लोगों के टिकटों के पैसे हैं, उन्हें नहीं काटा जाएगा. पूरे पैसे लौटा दिए जाएंगे.”
कब शुरु हुई थी समझौता एक्सप्रेस
समझौता एक्सप्रेस भारत और पाकिस्तान के बीच हफ्ते में दो दिन चलती है. विभाजन से पहले से अटारी से लाहौर तक बिछी पटरी पर ये ट्रेन चलती है. इस ट्रेन को शिमला समझौते के बाद 22 जुलाई 1976 को लाहौर से अमृतसर के बीच शुरू किया गया था. बाद में 1994 में इसे अटारी और लाहौर के बीच चलाया जाने लगा.