‘नोटबंदी में हुआ 3 से 5 लाख करोड़ का घोटाला’
![](https://rajniti.online/wp-content/uploads/2019/01/ramdev.jpg)
लोकसभा चुनाव में नोटबंदी का क्या असर हो रहा है. इसका मोदी सरकार को कितना नुकसान उठाना पड़ेगा. क्या वाकई नोटबंदी से कोई फायदा नहीं हुआ. ये ऐसे प्रश्न हैं जिनके जवाब अभी देना मुश्किल है. लेकिन नोटबंदी को लेकिन रामदेव ने एक बात मान ली है कि ये एक घोटाला था.
Also read:
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
- CII India Europe Business and Sustainability Conclave 2024: एजुकेशन सेक्टर में अडानी ग्रुप नया एक्सपेरिमेंट, यूरोप की बड़ी आईटी कंपनी जॉइस्ट इनोवेशन पार्क से किया एमओयू
- दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा कहां है?
- Online Gambling: लूट के तंत्र ने कानून को किया बेबस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 की रात आठ बजे नोटबंदी का ऐलान करते हुए 500 और 1000 रुपये के बड़े करेंसी नोटों को तत्काल प्रभाव से प्रचलन से बाहर कर दिया था. इस एलान के बाद देश में करीब तीन से चार महीने तक लोग परेशान रहे. शुरु में मोदी सरकार ने नोटबंदी को बहुत अच्छा बताया था. लेकिन अब इसपर बीजेपी नेता और वो खुद बात करने से हिचकते हैं. कांग्रेस नोटबंदी को दिन दहाड़े लूट और घोटाला बता रही है. अब कांग्रेस रामदेव ने भी ये मान लिया है कि नोटबंदी में करीब 3 से 5 लाख करोड़ का घोटाला हुआ है.
‘द क्विंट’ को दिए एक इंटरव्यू में बाबा रामदेव ने कहा कि इसमें तीन से पांच लाख करोड़ तक का घोटाला हुआ है. रामदेव ने कहा,
“मोदीजी ने भी नहीं सोचा होगा कि बेईमान निकलेंगे बैंकवाले। मुझे ऐसा लगता है कि हजारों नहीं, शायद लाखों करोड़ रुपये बना लिए बैंक वालों ने। इसमें तीन से पांच लाख करोड़ रुपये का घोटाला निकलेगा।”
बाबा रामदेव ने आरबीआई पर भी शक जाहिर किया और कहा है कि एक सीरीज के दो नोट छपे हुए मिले. यह देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा कलंक है. रामदेव ने कहा है कि जब नोटबंदी हुई थी तो कैश की कमी नहीं थी लेकिन कैश बेईमानों के पास चला गया था. कालाधन को लेकर यूपीए सरकार में आंदोलन करने वाले रामदेव ने कहा कि बैंकों की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने की जरूरत है.