श्रावस्ती: ‘लॉकडाउन में जागरुकता के साथ जरूरी है कि लोगों को जरूरत का सामान भी मिले’
दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के मामले 25 लाख 85 हज़ार के पार पहुंचे, अब तक एक लाख 78 हज़ार से ज़्यादा मौतें हो चुकी हैं. भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 20,000 के पार हो गई है.
कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ने के लिए चलते भारत में लॉकडाउन बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं. ऐसे में ये जरूरी है कि गरीबों को राशन दिया जाए और लोगों को जागरुक किया जाए. सरकार लगातार लोगों को जागरुक करने का प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से अपील की है कि वो मास्क लगाकर रहे या फिर गांव में गमछा का इस्तेमाल करें. इसके लिए श्रावस्ती में बीजेपी विधायक रामफेरन पांडे ने लोगों को गमछा और मास्क वितरित किए.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वो अपने क्षेत्र जनता को जागरुक करें और जरुरतमंदों की मदद करें. प्रधानमंत्री की अपील के बाद श्रावस्ती विधायक रामफेरन पांडे और उनके पुत्र आशुतोष पांडे ने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाते हुए गमछा और मास्त वितरित किए. रामफेरन पांडे ने कहा कि ‘यह वक्त वैश्विक महामारी का है जिसमें लोगों की मदद करना ही धर्म है इसको देखते हुए हम लोगों को खाद्य सामग्री गमछा और मास्क बांट रहे हैं.’
बीजेपी विधायक रामफेरन पांडे ने करीब डेढ़ सौ लोगों को खाद्य सामग्री, 100 लोगों गमछा और पुलिसकर्मियों को अंग वस्त्र देकर प्रोत्साहित किया. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस के प्रकोप और लॉकडाउन की स्थिति को लेकर तीसरी बार मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने का फैसला किया है.
प्रधानमंत्री मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से 27 अप्रैल की सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करेंगे. अगर मुख्यमंत्रियों की बैठक में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया जाता है तो क्षेत्रिय नेताओं की भूमिका बढ़ जाएगी.
पीएम मोदी ने 11 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दूसरी बैठक की थी. करीब चार घंटे तक चली इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के मामले में मुख्यमंत्रियों से इस बात का फीडबैक लिया था कि इसे खत्म किया जाना चाहिए या इसकी अवधि बढ़ानी चाहिए. बातचीत में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को बढ़ाने के पक्ष में राय दी थी.