राफेल मामला: अब ‘चौकीदार चोर नहीं है’?
सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार को बड़ी राहत देते हुए राफेल मामले में दायर की गई पुनर्विचार याचिकाओं को खारिज कर दिया है.
सुप्रीम कोर्ट में फ़्रांस से 36 रफ़ाल लड़ाकू विमान की ख़रीद में कथित भ्रष्टाचार को लेकर कई पुनर्विचार याचिकाएं दाखिल की गई थीं. मोदी सरकार के लिए यह फैसला बड़ी राहत की बात है क्योंकि विपक्षी दल लगातार सरकार को राफेल के मुद्दे पर गिर रहे थे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो लोकसभा चुनाव में बाकायदा ‘चौकीदार चोर है’ कैंपेन चलाया था. हालांकि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने रफ़ाल सौदे में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार होने की बात को ख़ारिज कर दिया था.
यह भी पढ़ें:
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
- CII India Europe Business and Sustainability Conclave 2024: एजुकेशन सेक्टर में अडानी ग्रुप नया एक्सपेरिमेंट, यूरोप की बड़ी आईटी कंपनी जॉइस्ट इनोवेशन पार्क से किया एमओयू
- दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा कहां है?
- Online Gambling: लूट के तंत्र ने कानून को किया बेबस
सुप्रीम कोर्ट ने राफेल से जुड़े ही एक और मामले में राहुल गांधी की माफी की को भी स्वीकार कर लिया है . राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए ‘चौकीदार चोर है’ नारे का इस्तेमाल किया था. सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की ओर से राहुल गांधी के ख़िलाफ़ दाख़िल की गई मानहानि की शिकायत की जांच को भी बंद कर दिया है. मीनाक्षी ने चौकीदार चोर है के नारे को लेकर राहुल गांधी के ख़िलाफ़ अवमानना का मुक़दमा किया था. इस मामले में राहुल गांधी ने माफ़ी मांग ली थी .