‘आतंकवादी मरता है तो जम्मू कश्मीर के राज्यपाल को दर्द होता है’
ख़बर जम्मू कश्मीर से है. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में कोई सरकार है नहीं और फिलहाल वहां पर राज्यपाल शासन है. राज्य का राजकाज राज्यपाल सत्यपाल मलिक देख रहे हैं. पिछले करीब दो-तीन साल से घाटी में आतंकवादी का सफाया करने के लिए सेना ऑपरेशन चला रही है. 300 सौ ज्यादा आतंकी सेना से मार गिराए हैं. लेकिन अब आतंकवादियों से हिंसा छोड़ने और मुख्यधारा में लौटने का अनुरोध करते हुए राज्यपाल सत्पाल मलिक ने कहा है कि एक आतंकवादी भी मारा जाता है तो उन्हें दर्द होता है.
इस दौरान उन्होंने सेना और स्थानीय पुलिस की तारीफ भी की. मलिक ने बताया है कि प्रशासन जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के पुनर्वास के लिए एक नया पैकेज तैयार करने की प्रक्रिया में है. पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा है कि कश्मीरी आवाम के लिए प्रशासन काम कर रहा है, लेकिन
‘पुलिस अपनी ड्यूटी को बेहतर तरीके से निभा रही है. लेकिन यदि एक भी आतंकवादी मारा जाता है तो मुझे दर्द होता है… इन सबको (मुख्यधारा में) लौट आना चाहिए. जब मैंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल का कार्यभार संभाला तब से मेरी कोशिश उनको (सुरक्षा बलों) हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराने की रही है. मैंने देखा है कि वे कठिन परिस्थितियों और भारी बर्फबारी में अपने अभियानों को अंजाम देते हैं.’
सेना की तारीफ और आतंकियों के मारे जाने को लेकर मलिक ने ये बयान दिया है. हम आपको बता दें कि पीडीपी-बीजेपी सरकार गिरने के बाद बास राज्य में राज्यपाल शासन लगा हुआ है और सेना को लगातार सैन्य अभियान चलाना पड़ रहा है.