Oral hygiene से 70% कम होगा बीमार होने का खतरा, करें ये जरूरी काम

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Oral hygiene आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है या मुंह की समस्याएं आपके शरीर के बाकी हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती हैं?  ओरल हाइजीन के फायदे सिर्फ मुंह को ही नहीं बल्कि पूरे शरीर को ही मिलते हैं। जानते हैं ओरल केयर (oral care) से शरीर को क्या फायदे मिलते हैं। 

अच्छी Oral hygiene के फायदे

Oral hygiene के फायदे: मसूड़ों की सेहत होती है बेहतर 

मुंह में बहुत सारे बैक्टीरिया पाए जाते हैं। कुछ अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो भोजन को पचाने में मदद करते हैं। कुछ बैक्टीरिया हानिकारक होते हैं जो बीमारी और संक्रमण का कारण बनते हैं।  यदि आप ठीक से फ्लॉस या ब्रश नहीं करते हैं, तो हानिकारक बैक्टीरिया आपके मुंह में जन्म ले लेते हैं और दांतों पर प्लाक (plaque) जमना शुरू हो जाता है। इससे मसूड़ों में सूजन और मसूड़ों के रोगों (जैसे-पीरियोडोंटाइटिस, जिंजीवाइटिस) की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में, नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस करने से मुंह से हानिकारक बैक्टीरिया दूर रहते हैं। 

Oral hygiene के फायदे: कैंसर रिस्क भी होता है कम

मसूड़ों की बीमारी कुछ प्रकार के कैंसर में योगदान दे सकती है, खासतौर से अग्नाशय का कैंसर (pancreatic cancer)। हालांकि, शोधकर्ता इस कनेक्शन को पूरी तरह से नहीं समझते हैं। लेकिन, हो सकता है कि मुंह में बैक्टीरिया से निकलने वाले पदार्थ कैंसर कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हों। ऐसे में Oral hygiene के फायदे ये होते हैं कि नियमित ब्रश और फ्लॉस से मसूड़े स्वस्थ रहते हैं और कैंसर जैसे रोग की संभावना कम हो जाती है।

Oral hygiene के फायदे: हार्ट अटैक का खतरा होता है कम

अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के अनुसार, मसूड़ों के रोग (gum diseases) होने से दिल का दौरा (heart attack) पड़ने का खतरा लगभग 50% तक बढ़ सकता है। दरअसल, मसूड़ों से खून आने की वजह से बैक्टीरिया ब्लड स्ट्रीम में प्रवेश करके आपके पूरे शरीर में फैल सकते हैं। इससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है। वहीं, Oral hygiene को मेंटेन करने से दिल की बीमारियों (heart diseases) का खतरा कम किया जा सकता है। 

Oral hygiene के फायदे: फेफड़े रहते हैं healthy 

मसूड़ों की बीमारी और संक्रमण का दूर रहना अच्छी डेंटल हाइजीन के फायदे हैं जो की हमारे लंग्स के स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है। ओरल केयर न करने से मुंह में पनपने वाले बैक्टीरिया की वजह से मसूड़ों की बीमारी और संक्रमण हो सकता है। ये बैक्टीरिया सांस के द्वारा फेफड़ों में प्रवेश कर सकते हैं। इससे श्वसन संबंधी संक्रमण जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है।

ओरल हेल्थ और प्रेग्नेंसी

Oral hygiene के फायदे यहीं खत्म नहीं होते हैं। अच्छी डेंटल हाइजीन से हेल्दी प्रेग्नेंसी को भी बढ़ावा मिलता है। कुछ अध्ययनों में गम डिजीज और प्रेग्नेंसी कॉम्प्लीकेशन्स (प्री-मेच्योर/प्री-टर्म प्रेग्नंसी और लो-बर्थ वेट) के बीच संबंध पाया गया। गर्भावस्था के दौरान खराब मौखिक स्वच्छता से मां और शिशु के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।

Hygiene ना रखने से फैलती है बीमारियां

अगर आप अपने मुंह को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई संक्रमणों की आशंका बढ़ सकती है। जिन्जिवाइटिस, दांतों में सड़न, बैक्टीरियल संक्रमण, सांसों की बदबू जैसी परेशानियां तो होंगी ही, साथ ही इससे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी समस्याएं हो सकती हैं।

दांतों के मरीज बढ़ रहे हैं

दांतों की बीमारियां भारत में एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रहीं हैं। भारत में दांतो की खराबी से 60 से 65 प्रतिशत और पेरियोडोंटल बीमारियों (Periodontal diseases) से 50 से 90 प्रतिशत जनसंख्या प्रभावित है। ज्यादातर दांतों की समस्याएं इनेमल (enamel) पर एसिड के प्रभाव की वजह से होती हैं। जिसका मुख्य कारण आजकल का अनहेल्दी खानपान है। 

दांतों की देखभाल के आसान तरीके 

  1. नियमित रूप से ब्रश करें। इससे प्लाक (plaque) और बैक्टीरिया के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है। 
  2. दिन में दो बार ब्रश करें।
  3. हर दिन फ्लॉस करें। यह उन हिस्सों को साफ करने में भी मदद करता है, जहां ब्रश नहीं पहुंच पाता है।
  4. स्टार्चयुक्त और शुगरी खाद्य पदार्थो से बचें। 
  5. हर छह महीने में अपने दांतों की जांच करवाएं। 
  6. जीभ पर भी बैक्टीरिया जमती है। इसलिए, ब्रश करने के बाद जीभ को भी साफ करना चाहिए। 

ब्रश करते वक्त रखें ध्यान

ब्रश करना ही Oral hygiene के लिए काफी नहीं है। इसके साथ ही आपको कई छोटी-छोटी सावधानियां भी बरतने की जरूरत है जैसे दिन में दो बार ब्रश करें। खाने के बाद कुल्ले जरूर करें। अधिक चॉकलेट, कैफीन आदि के सेवन से बचें। जितना हो सके पान मसाला और धूम्रपान से दूर रहें। बच्चों के दूध वाले दांतों का भी उसी तरह खयाल रखें और कम उम्र से ही बच्चों को ब्रश करने के आदत डालें।

ब्रश करने सही तरीका

ब्रश करने का सही तरीका यह है कि ब्रश को दांतों के एनामेल यानी जोड़ पर ऊपर से नीचे और दाएं से बाएं की ओर करें। एक साथ तीन दांतों पर इसी विधि से ब्रश करें। ब्रश के दौरान जीभ की सफाई भी बेहद जरूरी है.

Oral hygiene क्यों जरूरी है शायद अब यह आप समझ गए होंगे. आपकी खराब डेंटल हेल्थ से दांत की सड़न (tooth decay) के साथ ही कई गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं. इसलिए, डेंटल हाइजीन के फायदों को समझें और एक स्वस्थ्य शरीर के लिए दांतों की देखभाल जरूर करें. और इस बात का विशेष ख्याल रखें क्या आपका मुंह जितना साफ होगा आपकी सेहत उतनी ही शानदार होगी.

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