यूपी चुनाव: बीजेपी कार्यकर्ता ने ही मोदी-योगी को झूठा साबित कर दिया

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यूपी चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार तमाम विकास योजनाओं का लोकार्पण करने में लगी हुई है. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिद्धार्थनगर के साथ उत्तर प्रदेश के आठ अन्य ज़िलों में नए मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया. और विपक्ष ने उन्हें निशाने पर ले लिया.

दरअसल विपक्ष का आरोप है कि यूपी चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार अपनी असफलताओं का भी प्रचार करने में लगी हुई है. समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके कहा कि जिन नए मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है उसमें से कुछ तो अभी निर्माणाधीन ही है. जैसे फतेहपुर मेडिकल कॉलेज को ही ले लीजिए. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि आधी बनी इमारत होने के बावजूद मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन कर दिया गया. वहीं इस विद्यालय के प्रशासन का दावा है कि मेडिकल कॉलेज चलाने लायक सुविधा तैयार कर ली गई है.

दरअसल फ़तेहपुर के अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाँव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय को 212 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है. कॉलेज के सामने लगे बोर्ड पर प्रोजेक्ट की जानकारी है जिसके मुताबिक इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण का काम आठ मार्च 2019 को शुरू हुआ था और 07 मार्च 2020 को ख़त्म होना था, लेकिन अभी भी यहां निर्माण कार्य जारी है. इसी बोर्ड पर यह भी जानकारी है कि मेडिकल कॉलेज का निर्माण उत्तर प्रदेश जल निगम का कंस्ट्रक्शन एंड डिज़ाइन सर्विसेज़ विभाग करवा रहा था और ग्लोबल सेनेटरी इंफ़्रा प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी इसकी कंस्ट्रक्टर है.

फतेहपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा है निर्माण कार्य

फतेहपुर मेडिकल कॉलेज को देखकर यह स्वभाविक ही सवाल उठना लाजमी है कि इसका उद्घाटन जल्दबाजी में कराया गया है. बाहर से देखने पर मेडिकल कॉलेज की इमारत निर्माणाधीन लग रही है और उसकी बड़ी इमारतों पर निर्माण में इस्तेमाल होने वाली बल्लियों को भाजपा के रंग के कपड़ों से सजाने की कोशिश भी की गयी थी. और दिलचस्प बात यह है कि मोदी योगी के झूठ का खुलासा भी बीजेपी के कार्यकर्ता नहीं किया.

दरअसल सबसे पहले इस मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन होने की जानकारी फ़तेहपुर के किशन शुक्ला के एक ट्वीट से ही दुनिया को मिली. किशन शुक्ला की ट्विटर प्रोफ़ाइल के मुताबिक़ वह फ़तेहपुर से भाजपा युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष हैं.

अपने ट्वीट में किशन ने लिखा कि प्रदेश कार्यालय के निर्देश पर वह फ़तेहपुर मेडिकल कॉलेज का जायज़ा लेने पहुंचे और उन्हें मयंक नाम के एक इंजीनियर से “निर्माणाधीन कॉलेज” के बारे में जानकारी हासिल हुई. ट्वीट में किशन ने चार तस्वीरें लगाईं जिन्हें देख कर ऐसा लग रहा है कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण का कार्य अभी बाक़ी है.

मेडिकल कॉलेज शुरू होने में लग सकता है 6 महीने से ज्यादा का वक्त

निर्माण कार्य कर रहे लोगों का कहना है कि अभी फतेहपुर मेडिकल कॉलेज में 80 फ़ीसदी काम ही हुआ है. इसे सुचारू रूप से शुरू होने में कम से कम 6 महीने का वक्त लग सकता है. लोकार्पण के दूसरे दिन भी इमारतों पर और परिसर में कई मज़दूर काम करते नज़र आए और कुछ ने यह भी बताया कि अभी सिर्फ 50 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य पूरा हुआ है. कई मज़दूर मंगलवार को भी सरिया काटते, पाइपिंग करते और पुताई करते नज़र आ रहे थे. तो फिर यह सवाल उठना तो लाजमी है कि अधूरे मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करने की क्या जरूरत थी.

फ़तेहपुर में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और ज़िला प्रभारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने कहा, “मेडिकल कॉलेज पूरी तरह खुल गया है, छोटे-मोटे काम जो बचे हुए हैं, वो भी धीरे-धीरे होते रहेंगे. घर में भी हम लोग मकान बना लेते हैं, उसमें प्रवेश कर जाते हैं, उसके बावजूद भी उसमें कुछ छोटे-मोटे काम, कहीं पाइप का, कहीं बिजली का, कहीं किसी और चीज़ का रह जाता है, वो होता रहता है बाद में.”

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