इस्राएल यरूशलम में ‘नस्ली सफाई’ कर रहा है ?
इस्राएल यरूशलम में आग से खेल रहा है. यरूशलम को लेकर इस्राएल में कई दिन से जारी झड़पें सोमवार को अचानक बढ़कर हवाई हमलों में बदल गईं और लगभग 20 लोगों की मौत हो गई.
इस्राएल में पिछले कई दिन से तनाव बना हुआ है. यरूशलम के बीचोबीच स्थित अल अक्सा मस्जिद के पास दो पक्षों में भारी हिंसक झड़पें हो रही हैं और दर्जनों लोग घायल हुए हैं. ये झगड़े इस्राएली अधिकारियों द्वारा शेख जारा इलाके में रह रहे फिलीस्तीनियों को हटाने की कार्रवाई के बाद शुरू हुए हैं. रविवार को अल अक्सा मस्जिद के पास रमजान की सबसे पवित्र मानी जाने वाली रातों में से एक के दौरान इस्राएली पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़पें हुईं. इसके बाद देश के न्याय मंत्रालय ने लोगों को शेख जारा इलाके से हटाने के लिए हो रही सुनवाई रद्द कर दी. यरूशलम पर इस्राएल के कब्जे का जश्न मनाने के लिए आयोजित एक राष्ट्रवादी ध्वज-मार्च भी रद्द कर दिया गया क्योंकि आयोजकों को फिलीस्तीनी इलाकों से न गुजरने को कहा गया था.
इस्राएल यरूशलम में क्या करना चाहता है?
इस्राएली अधिकारियों का कहना है कि फिलीस्तीनी उग्रवादी संगठनों ने यरूशलम के पास रॉकेट दागे जिसके जवाब में किए गए इस्राएली हमलों में नौ बच्चों समेत कम से कम 20 लोगों की जान चली गई. इस्राएली सेना ने बताया कि हथियार बंद समूहों के खिलाफ गाजा में सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई की गई है. प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि यरूशलम इलाके पर हमला करके उग्रवादियों ने “लाल रेखा” पार कर दी है. ऐसा 2014 के बाद पहली बार हुआ है कि यरूशलम के पास रॉकेट दागे गए हों. इस्राएली सेना का दावा है कि मध्य रात्रि के पहले फिलीस्तीनी उग्रवादियों ने 150 से ज्यादा रॉकेट दागे जिन्हें इस्राएल के मिसालइ डिफेंस सिस्टम ने पकड़ लिया.
दुनियाभर से प्रतिक्रिया आ रही है
दोनों पक्षों के बीच बढ़ते मौजूदा तनाव को लेकर दुनियाभर के नेताओं ने प्रतिक्रिया की है. जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने इलाके में हिंसा की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस्राएल और फिलीस्तीन दोनों तरफ के अधिकारियों का फर्ज है कि और आम लोगों की जानें ना जाएं. यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख योसेप बोरेल के एक प्रवक्ता ने कहा, “बढ़ती हिंसा एकदम रुकनी चाहिए.” अमेरिकी विदेशी मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि गाजा से इस्राएल के खिलाफ रॉकेट हमले फौरन बंद होने चाहिए. उन्होंने दोनों पक्षों से तनाव कम करने के लिए कदम उठाने की अपील की.
ये भी पढ़ें:
अपनी राय हमें [email protected] के जरिये भेजें. फेसबुक और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |