उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद आए सैलाब की सबसे भयानक तस्वीर ?
उत्तराखंड में एक बार फिर से आपदा आ गई है. चमोली ज़िले में ग्लेश्यिर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई है. नदी के कई तटबंध टूटने के बाद बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है. इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को नुकसान पहुँचा है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार पावर प्रोजक्ट में काम कर रहे 150 मज़दूर ग़ायब हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने उत्तराखण्ड के डीजीपी अशोक कुमार के हवाले से लिखा है कि लगभग 50-100 लोग लापता हैं. 2 शव बरामद हो चुके हैं और कुछ लोग इस घटना में घायल हुए हैं.
डीजीपी ने कहा है कि ‘स्थिति अब नियंत्रण में लग रही है, मगर तपोवन-रिणी में लगा पूरा पावर प्रोजेक्ट नदी में बह गया है.’ वहीं समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में आईटीबीपी के अधिकारियों ने कहा है कि उनके जवानों को तपोवन इलाक़े में स्थित एनटीपीसी की साइट से तीन शव बरामद हुए हैं. इस बीच भारतीय सेना ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बाढ़ की स्थिति के बारे में बताया है.
सेना के हेलीकॉप्टर ले रहे हैं हालात का जायजा
भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा है कि सेना के चार कॉलम, दो मेडिकल टीम और एक इंजीनियरिंग टास्क फ़ोर्स रिणी भेजी गयी है. बताया गया है कि सेना के हेलीकॉप्टर भी लगातार स्थिति का जायज़ा ले रहे हैं. भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि ‘इस कठिन समय में मोदी सरकार उत्तराखण्ड की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.’ उन्होंने एक वीडियो के ज़रिये यह सूचना दी है कि
‘एनडीआरएफ़, आईटीबीपी और एसडीआरएफ़ की टीमें वहाँ पहुँच गई हैं. वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है.’
अमित शाह ने कहा, “जोशीमठ के आसपाय यह बड़ी घटना हुई है. पहाड़ से एक ग्लेशियर टूटकर नदी में गिरने के कारण पानी का बहाव बहुत बढ़ा है. दो नदियों में जल स्तर तेज़ी से बढ़ा है. कुछ लोगों के हताहत होने की ख़बर भी हमें मिली है. इस संकट से उत्तराखण्ड के लोगों को निकालने के लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं.”
मुख्यमंत्री ने कहा ‘अफवाह ना फैलाएं’
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटना स्थल के लिए रवाना हुए. उन्होंने ट्वीट कर अफ़वाह पर ध्यान नहीं देने और पुराने वीडियो नहीं शेयर करने का आग्रह किया है. उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को नुकसान पहुँचने की संभावना है.
उन्होंने लिखा कि नदी में अचानक पाने आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है. तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है. नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया जा रहा है. समाचार एजेंसी एएनआई ने आईटीबीपी के हवाले से बताया कि उत्तराखंड के चमोली ज़िले के रेनी गाँव के पास विशाल बाढ़ को देखा गया है जिसने नदियों के कई तट और घरों को तोड़ डाले हैं. आईटीबीपी के जवान लोगों की मदद को भेजे गए हैं. जोशीमठ के पास रेनी गाँव में राहत का काम चल रहा है.
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