#RahulGandhi : राहुल ने इस्तीफे की सार्वजनिक घोषणा की, पढ़िए पत्र

0

बुधवार को राहुल ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की सार्वजनिक तौर पर घोषणा कर दी. राहुल ने घोषणा करते हुए एक पत्र भी ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा है कि दूसरों की जवाबदेही तय करने से पहले अपनी जवाबदेही ज़रूरी बताई.

पढ़िए वो चिट्ठी जो राहुल ने लिखी

RahulGandhi :

कांग्रेस के लिए काम करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है, जिसके आदर्श हमारे ख़ूबसूरत देश के लिए जीवन शक्ति है. मेरे ऊपर पार्टी और मुल्क के प्यार का क़र्ज़ है और मैं इसका अहसानमंद हूं. कांग्रेस प्रमुख के तौर पर 2019 के लोकसभा चुनाव में हार की ज़िम्मेदारी मेरी है. भविष्य में पार्टी के विस्तार के लिए जवाबदेही काफ़ी अहम है. यही कारण है कि मैंने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया है. पार्टी को फिर से बनाने के लिए कड़े फ़ैसले की ज़रूरत है. 2019 में हार के लिए कई लोगों की जवाबदेही तय करने की ज़रूरत है. यह अन्याय होगा कि मैं दूसरों की जवाबदेही तय करूं और अपनी जवाबदेही की उपेक्षा करूं.

कांग्रेस पार्टी के कई सहयोगियों ने मुझसे कहा कि मैं अगले अध्यक्ष का चुनाव करूं. पार्टी का जो भी नया अध्यक्ष होगा, उसे मैं चुनूं यह मेरे लिए ठीक नहीं होगा. हमारी पार्टी का विशाल इतिहास और विरासत है. मैं इसके संघर्ष और मर्यादा का आदर करता हूं. यह हमारे मुल्क की बनावट के साथ गुँथा हुआ है. मेरा भरोसा है कि पार्टी नेतृत्व के मामले में बिल्कुल सही फ़ैसला लेगी और नया नेतृत्व पार्टी को साहस, प्रेम और ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाएगा. इस्तीफ़ा देने के तत्काल बाद मैं कांग्रेस वर्किंग कमिटी में अपने सहकर्मियों को सलाह देता हूं कि वो नए अध्यक्ष चुनने की ज़िम्मेदारी एक ग्रुप को दें. वही ग्रुप नए अध्यक्ष की खोज शुरू करे. मैं इस मामले में मदद करूंगा और कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन बहुत ही आसानी से हो जाएगा.

मेरा संघर्ष महज सत्ता पाने के लिए नहीं रहा है. बीजेपी के ख़िलाफ़ मेरे मन में कोई नफ़रत नहीं है लेकिन भारत के बारे में उनके विचार का मेरा रोम-रोम विरोध करता है. ये विरोध इसलिए है क्योंकि मेरा अस्तित्व एक ऐसे भारतीय विचार से ओतप्रोत है जो उनके भारत के विचार से सीधे टकराता है. ये कोई नई लड़ाई नहीं है, ये हमारी धरती पर हज़ारों सालों से लड़ी जाती रही है. जहां वे अलगाव देखते हैं, वहां मैं समानता देखता हूं. जहां वे नफ़रत देखते हैं, मैं मोहब्बत देखता हूं. जिस चीज़ से वो डरते हैं मैं उसको अपनाता हूं.

यही सहानुभूति वाला विचार लाखों-लाख मेरे प्यारे देश वासियों के दिलों में भी बहता है. यही वो भारत का विचार है जिसे हम अब अपने पूरे दमखम से रक्षा करेंगे. हमारे देश और हमारे संविधान पर जो हमला हो रहा है, वो हमारे राष्ट्र की बुनावट को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इस लड़ाई से मैं किसी भी तरह से पीछे नहीं हट रहा हूं. मैं कांग्रेस पार्टी का एक वफ़ादार सिपाही और भारत का समर्पित बेटा हूं और मैं अपनी अंतिम सांस तक इसकी सेवा और रक्षा करता रहूंगा.

हमने एक तीखा और प्रतिष्ठित चुनाव लड़ा. हमारा चुनाव प्रचार भारत के सभी लोगों, धर्मों और समुदायों के लिए भाईचारे, सहिष्णुता और सम्मान वाला था. मैंने अपने पूरे दमखम के साथ व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री, आरएसएस और उन संस्थाओं से संघर्ष किया है जिन्हें उन्होंने कब्ज़ा कर रखा है. मैं लड़ा क्योंकि मैं भारत को प्यार करता हूं. मैं उन आदर्शों को बचाने के लिए लड़ा जिनकी बुनियाद पर भारत खड़ा है. एक समय मैं पूरी तरह अकेला खड़ा रहा और मुझे इस पर गर्व है. मैंने अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी सदस्यों, पुरुषों और महिलाओं के साहस और समर्पण से बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने मुझे प्यार दिया और विनम्रता सिखाई है.

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *