युवराज सिंह: क्रिकेट के मैदान पर गर्दा मचाने वाले खिलाड़ी ने संन्यास लिया

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yuvraj singh

क्रिकेट के तेज तर्रार फॉर्मेट में अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों का धुआं उड़ा देने वाले युवराज सिंह ने खेल को अलविदा कह दिया है. युवराज सिंह अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं. लेकिन उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी. अपने रिटायरमेंट के दौरान युवराज सिंह ने कहा, अब आगे बढ़ने का समय आ गया है.

युवराज को टीम इंडिया के ऐसे बल्लेबाज हैं जो शॉर्टर फॉर्मेट के सर्वश्रेष्‍ठ बल्‍लेबाजों में शुमार होते हैं. उन्होंने 40 टेस्‍ट, 304 वनडे और 58 टी20 इंटरनेशनल मैचों में खेला है और उनके हर मैच में उनके चाहने वालों को उनकी शानदार बल्लेबाजी को लुत्फ मिला है. भारतीय टीम को वर्ल्‍डकप 2011 में चैंपियन बनाने में युवराज का अहम रोल रहा. गेंद और बल्‍ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए युवराज ने वर्ल्‍डकप 2011 के सर्वश्रेष्‍ठ खिलाड़ी होने का श्रेय हासिल किया था.

युवराज सिंह का करियर

  1. 40 टेस्‍ट मैचों में 33.92 के औसत से 1900 रन
  2. टेस्ट में तीन शतक और 11 अर्धशतक शामिल
  3. टेस्‍ट क्रिकेट में 9 विकेट भी युवी के नाम पर दर्ज
  4. वनडे में 36.55 के औसत से 8701 रन बनाए
  5. वनडे में 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल रहे
  6. वनडे में युवराज ने 111 विकेट हासिल किए हैं
  7. टी20 इंटरनेशनल में युवराज ने 1177 रन बनाए
  8. आठ अर्धशतक और 28 विकेट हासिल किए   

2011 वर्ल्‍डकप के बाद कैंसर की बीमारी से जूझने के बाद युवराज सिंह ने भारतीय टीम में दोबारा वापसी की थी. कैंसर ले लड़ने के बाद उन्होंने मैदान में शानदार बल्लेबाजी भी की थी. युवराज को भारतीय क्रिकेट टीम को एंटरटेनर क्रिकेटर माना जाता था. गेंद को हिट करने की उनकी क्षमता जबर्दस्‍त थी. बाएं हाथ के इस खिलाड़ी को छक्के मारते देखना हमेशा से अद्भुत अनुभव रहा है. गेंद को टाइम करने की उनकी कला गजब की थी.

2007 के टी20 वर्ल्‍डकप में युवराज ने एक ओवर में छह छक्‍के लगाने के कारनामे को अंजाम दिया था. टी20 इंटरनेशनल में एक ओवर में छह छक्‍के लगाने वाले वे एकमात्र बल्‍लेबाज हैं. युवराज ने इंग्‍लैंड के गेंदबाज स्‍टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर इस कारनामे को अंजाम दिया था.

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