मोदी सरकार ने रोज़ाना कितने गुना सड़कें बनाई ?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार ये दावा कर चुके हैं कि उनकी सरकारे में पिछली सभी सरकारों से ज्यादा सड़कें बनाई गईं हैं. उनके मुताबिक उनके कार्यकाल में तीन गुना ज्यादा रफ्तार से सड़कों को निर्माण हुआ. लेकिन क्या ये सही है. क्या वाकई में मोदी सरकार में सड़कों का निर्माण तीन गुना तेजी से हुआ.

मोदी सरकार में रोजाना जिनती सड़कें बनाई गईं वो पहले की तुलना में तीन गुना ज्यादा तेजी से बनाई गई हैं. ये दावा प्रधानमंत्री मोदी ने बीते साल अप्रैल में किया था. इसको समझने के लिए आपको कुछ आकंड़े दिखाते हैं. पहले तो आपको बता दें कि भारत में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को तीन हिस्सों में बांटा जाता है. पहला नेशनल हाइवे, दूसरा स्टेट हाइवे, और तीसरा ग्रामीण सड़कें, भारत में सड़कों का जाल करीब 55 लाख किलोमीटर का हिस्सा कवर करता है. देश की आजादी के वक्त हमारे यहां पर नेशनल हाइवे की लंबाई करीब 21,378 किलोमीटर थी. 1947 से लेकर 2018 तक हमने इसको बढ़ाकर 1,29,709 किलोमीटर तक पहुंचा है.

नेशनल हाइवे बनाने में मोदी सरकार आगे

यहां आपको ये भी समझना होगा कि नेशनल हाइवे के निर्माण के लिए केंद्र सरकार पैसा देती है और इसके निर्माण की जिम्मेदारी भी केंद्र सरकार की ही होती है. वहीं स्टेट हाइवे को बनाने का जिम्मेदारी राज्य सरकारों की होती है. और जो गांव देहात में सड़के बनाई जाती हैं उनके निर्माण की जिम्मेदारी ग्रामीण विकास मंत्रालय की होती है. तो सवाल ये है कि क्या वाकई में मोदी सरकार में सड़क इंफ्रास्ट्रकचर तीन गुना तेजी स बना. देखिए ये हो है कि बीते 10 सालों में सरकारी आंकड़ों के हिसाब से जो सड़कें बनाई गईं उसमें मोदी सरकार की भूमिका ज्यादा है. यानी 2014 में मोदी सरकार आने बाद हर साल बनने वाले हाइवे की कुल लंबाई बढ़ी है.

2013-14 में जब कांग्रेस की सरकार थी तब 4,260 किलोमीटर हाइवे का निर्माण हुआ वहीं 2017-18 9,829 किलोमीटर हाइवे का निर्माण हुआ है. तो आप ये कह सकते हैं कि कांग्रेस सरकार के आखिरी साल और मोदी सरकार के आखिरी साल में जो हाइवे बने उसमें दोगुने से कुछ ज्यादा अंतर है. सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने दिसंबर 2018 में अपनी समीक्षा में कहा है कि 2019 के आखिर तक हाइवे की 300 परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी. इसमें कोई शक नहीं है कि सड़क एवं परिवहन मंत्री के रूप में नितिन गडकरी ने काफी काम किया है.

ग्रामीण क्षेत्रों में किसने ज्यादा सड़के बनाईं?

ग्रामीण इलाकों में सड़कें बनाने की योजना साल 2000 में बीजेपी सरकार में ही शुरु हुई थी. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 2016-17 वित्तीय वर्ष में गांवों में 47,000 किलोमीटर से ज़्यादा सड़कों का निर्माण कराया गया. बीजेपी का दावा है कि उनके शासन काम में सबसे ज्यादा सड़कों का निर्माण कराया गया. लेकिन अगर कांग्रस के शासन काल में देखें तो 2009-10 के आधिकारिक आंकड़ें बताते हैं कि उस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 60,017 किलोमीटर सड़कें बनीं. यानी बीजेपी सरकार से ज्यादा.

विश्व बैंक ने दिसंबर, 2018 में अपनी रिपोर्ट कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बनाने के लिए वो साल 2004 से भारत को वित्तीय मदद देता आ रहा है और इस क्षेत्र में भारत ने काफी प्रगति की है. तो यहां हम कह सकते हैं कि मोदी सरकार में सड़कों का निर्माण तो हुआ है लेकिन जो बताया जा रहा है वो आंकड़ों से मेल नहीं खाता.

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