उन्नाव रेप कांड : दिल्ली ट्रांसफर हुए सभी मामले, SC ने लिया संज्ञान
उन्नाव रेप कांड में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख दिखाया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले से जुड़े हुए सभी केस यूपी के बाहर ट्रांसफर हो सकते हैं. उन्नाव रेप कांड पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई आज अहम सुनवाई कर रहे हैं.
उन्नाव कांड की पीड़िता ने पहले ही चिट्ठी लिखकर कुलदीप सिंह सेंगर के लोगों से जान का खतरा बताया था. मामले में संज्ञान लेते हुए चीफ जस्टिस आज अहम सुनवाई करेंगे. उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप पीड़िता एक्सिडेंट मामले में सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि अगर जरूरत पड़ेगी तो इस मामले के सभी केस राज्य से बाहर ट्रांसफर किए जा जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच कर रहे सभी सीबीआई के अधिकारियों को भी कोर्ट में मौजूद रहने के लिए कहा था.
बुधवार को इस मामले का संज्ञान लेते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा पीड़िता द्वारा उन्हें लिखा गया पत्र 17 जुलाई को उनके संज्ञान में क्यों नहीं लाया गया. 19 साल की रेप पीड़िता ने मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के कथित सहयोगियों से अपनी जान का ख़तरा बताया था. इस मामले में एक नया मोड़ ये भी आ गया है कि इसमें एक बीजेपी नेता के शामिल होने की बात सामने आई है. पीड़िता के चाचा की तरफ से दर्ज कराए गए एफआईआर में अरुण सिंह का नाम आया है जो बीजेपी कार्यकर्ता हैं और उन्नाव ब्लॉक के अध्यक्ष हैं.
अरुण सिंह के बारे में कहा जाता है कि वो आरोपी विधायक कुलदीप सिंह के सेंगर का बेहद करीबी हैं. अरुण सिंह को लोकसभा चुनावों के दौरान भी अमित शाह और बीजेपी सांसद साक्षी महाराज के साथ कई मौकों पर देखा जा चुका है. अब उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट कांड में अरुण सिंह का नाम सामने आया है. बीजेपी नेता अरुण सिंह यूपी के मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी भैया का दामाद है. धुन्नी भैया योगी सरकार में कृषि राज्य मंत्री और कृषि शिक्षा एवं शोध मंत्री हैं. पीड़िता पहले ही इस बारे में बता रही थी उसे इन रसूखदार लोगों से जान का खतरा है.