आम आदमी के लिए खुलेंगे अंतरिक्ष के द्वार, ‘स्पेस एक्स’ कराएगा स्पेस का सफर
स्पेस एक्स ने फ़्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से एक रॉकेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. स्पेस एक्स की कामयाबी अंतरिक्ष में कमर्शिय टूरिज्म की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है.
स्पेस https://www.nasa.gov/exploration/commercial/crew/index.htmlएक्स कंपनी ने अभी किसी इंसान को इस रॉकेट पर नहीं भेजा है लेकिन सबकुछ ठीक रहा तो अमरीकी स्पेस एजेंसी इसे मंज़ूरी दे सकती है जिसके बाद स्पेस एक्स आम लोगों को अंतरिक्ष यात्रा पर ले जाने का काम करेगी.
स्पेस एक्स के संस्थापक एलन मस्क ने कहा है,
‘ये स्पेस के कमर्शियल टूरिज़्म की दिशा से ये पहला क़दम साबित हो सकता है. साल 2002 से यहां तक पहुंचने में 17 साल लग गए. सच कहूं तो मैं भावनात्मक रूप से थोड़ा तनाव में आ गया था क्योंकि ये ‘सुपर स्ट्रेसफुल’ था.’
2011 अपने शटल रिटायर होने के बाद अमेरिका अपने बूते किसी अंतरिक्ष यात्री को स्पेस में नहीं भेज पाया है. इसके लिए अमेरिका रूसी सोयूज़ यानों की मदद ले रहा है. स्पेस एक्स का ये मिनश अगर कामयाब रहा तो ये कमाल होगा और आम लोगों के अंतक्षिक में जाने के रास्ते खुल सकते हैं.
स्पेस एक्स में एक कृत्रिम अंतरिक्ष यात्री बैठाया गया है. इसमें सेंसर लगे जिनके माध्यम से हर गतिविधि को रिकॉर्ड किया जाएगा. स्पेस एक्स ने जो कृत्रिम यात्री तैयार किया है उनका नाम ‘रिपली’ रखा गया है जो एलियन फिल्म का किरदार है. स्पेस एक्स एक कैलिफोर्नियाई कंपनी है जिसे एलन मस्क ने कमर्शियल टूरिज्म के लिए बनाया है.