मुश्किल में बीजेपी नेता विकास गर्ग, गाज़ियाबाद कोर्ट ने कहा- “दोबारा जाँच करके रिपोर्ट पेश करे पुलिस” जानिए क्या है पूरा मामला?

ग़ाज़ियाबाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने ख़ुद को बीजेपी आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक बताने वाले विकास गर्ग से जुड़े एक मामले में पुनः विवेचना करने के आदेश दिये हैं। उनके ख़िलाफ़ थाना सिहानी गेट, गाजियाबाद में धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग के मामले में मुक़दमा दर्ज है।

लिंक्डइन प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट
बीजेपी हाईकमान के क़रीबी होने का दावा करने वाले और ख़ुद को आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक होने के साथ साथ सनातनी बताने वाले डॉक्टर विकास गर्ग की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनके ख़िलाफ़ ग़ाज़ियाबाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सख़्त रुख़ अपनाते हुए थाना सिहानी गेट पुलिस को दोबारा विवेचना करने का आदेश दिया है। विकास गर्ग के ख़िलाफ़ अपराध संख्या 504/2023 में धारा 323, 504, 506, 406, 120 बी के तहत मामला चल रहा है।

दरअसल इस मामले में विकास गर्ग आदि के विरूद्ध पंजीकृत मुक़दमे में पुलिस ने विवेचना की और साक्ष्य के अभाव में अंतिम रिपोर्ट (FR) लगा दी। जिसके बाद पीड़ित रामकुमार गिरी ने दोबारा अदालत का दरवाज़ा खटखटाया और विकास गर्ग की हिस्ट्री बताते हुए पुनः विवेचना करने की अपील की थी। अदालत ने गिरी की अपील को स्वीकार करते हुए फ़ाइनल रिपोर्ट को रद्द करते हुए दोबारा जाँच के आदेश दिये हैं।

क्या है मामला?

दरअसल, रामकुमार गिरी ने विकास गर्ग के ख़िलाफ़ एक मुक़दमा दर्ज कराया था। उनका कहना है कि,

“विकास गर्ग एक आपराधिक गैंगस्टर किस्म का व्यक्ति है तथा समाज अपने आपको बीजेपी का नेता बताकर समाज के भोले भाले लोगो पर दबाव बनाता है। और लोगो को अपने व्यापार मे धनराशि निवेश करने के लिये बहलाता फुसलाता है और पैसे वाले लोगो को अपनी मजबूरी बताकर पैसे उधार मांगता है। और जब उधार देने वाले और विकास गर्ग के व्यापार मे धनराशि निवेश करने वाले व्यक्ति अपनी धनराशि वापस मांगते हैं तब वो उन व्यक्तियो के विरुद्ध झूठी FIR दर्ज करा देता है”

रामकुमार गिरी, पीड़ित

रामकुमार गिरि के मुताबिक़, विकास गर्ग पुलिस की मिलीभगत से निवेशकों को गिरफ्तार करवा देता है और विकास गर्ग कहता है। वो ये भी कहते हैं कि विकास गर्ग ख़ुद को पीएम नरेन्द्र मोदी व अमित शाह को अपना परिचित बताकर ये माफ़ियागिरी और ठगी कर रहा है। उनका कहना है कि विकास गर्ग ने उनके साथ भी ठगी की बीस लाख रुपये अपनी पत्नी के खाते में लिये। और जब पैसे वापस माँगे तो उल्टी FIR करा दी। गर्ग ने गिरी के ख़िलाफ़ थाना शाहजहांपुर, जिला कोटपुतली मेरोड भिवाडी राजस्थान में रिपोर्ट कर दी और अब पीड़ित ही परेशान है।

रामकुमार गिरी, पीड़ित

रामकुमार गिरी का कहना है कि विकास गर्ग षडयंत्र के तहत परेशान कर रहा है। और धमकी दे रहा है कि वो बीजेपी में है पीएम-सीएम सब उसके हैं।

(इस मामले में राजनीति ऑनलाइन ने विकास गर्ग का पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन उनसे या उनके वकील से संपर्क नहीं हो पाया है जैसे ही उनका पक्ष सामने आता है इस ऑर्टिकल को अपडेट कर दिया जाएगा।)

ग़ाज़ियाबाद से ओबेश तिवारी की रिपोर्ट

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