अखिलेश से हो गई बड़ी भूल, अब शिवपाल चाचा से ऐसे लेंगे ‘बदला’
अखिलेश यादव से बड़ी भूल हो गई है और अब उसको सुधारने के लिए सपा प्रमुख ने तैयारी शुरू कर दी है. एक तरफ चाचा शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी को दुरुस्त कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सपा मुखिया दो तैयार हैं.
अखिलेश यादव के रवैये से आहत विधायक शिवपाल सिंह यादव अपने समर्थकों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार को भी पार्टी कार्यालय में प्रसपा से जुड़े वरिष्ठ नेताओं के साथ मंत्रणा की। हालांकि भाजपा में जाने के सवाल पर चुप रहे। उन्होंने कहा कि अगले कदम के बारे में जल्द ही घोषणा करेंगे। अगर शिवपाल भाजपा में शामिल होते हैं तो यह अखिलेश व सपा के लिए बड़ा झटका होगा। साथ ही मिशन 2024 के तहत यादव वोट बैंक में सेंध लगाने में जुटी भाजपा का यह बड़ा कदम होगा.
दिखने लगा चाचा की सेटिंग का असर
भाजपा ने स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद चुनाव में परिषद के पूर्व सभापति व सपा नेता रमेश यादव के बेटे आशीष यादव आशु, सपा विधायक रमाकांत यादव के बेटे अरुणकांत यादव और भाजपा के प्रदेश मंत्री सुभाष यदुवंश को टिकट दिया है। इसमें आशीष यादव आशु निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। आपको बता दें आशु शिवपाल यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं.
ये भी पढ़ें:
- सिलिकॉन वैली पहुँचा JOIST, वैश्विक संबंधों को विस्तार देने की कोशिश!
- क्या खत्म हो गई है पीएम मोदी और ट्रम्प की दोस्ती?
- मुश्किल में बीजेपी नेता विकास गर्ग, गाज़ियाबाद कोर्ट ने कहा- “दोबारा जाँच करके रिपोर्ट पेश करे पुलिस” जानिए क्या है पूरा मामला?
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
इतना ही नहीं ट्विटर की बात है तो शिवपाल कुल 12 लोगों को फालो करते हैं। इनमें राष्ट्रपति के अलावा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, पीसीएफ चेयरमैन और प्रसपा के महासचिव आदित्य यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी हैं। ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी है कि अखिलेश यादव चाचा शिवपाल फैक्टर से कैसे मुकाबला करेंगे. खबर है कि अखिलेश ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव से दिल्ली में मुलाकात की है और मौजूदा परिस्थितियों से उन्हें अवगत कराया है.
संगठन में परिवर्तन की है तैयारी
खबर है कि सपा मुखिया और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव बहुत जल्द समाजवादी पार्टी में व्यापक परिवर्तन करने की तैयारी कर रहे हैं. कई जिला अध्यक्षों पर इसकी गाज गिर सकती है और अपने कुल वोटरों को जोड़ने के लिए एक मजबूत प्लानिंग के साथ अखिलेश खुद मैदान में उतर सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. rajniti.online पर विस्तार से पढ़ें देश की ताजा-तरीन खबरें