अतीक़ अहमद: पूर्व सांसद जिसके कारनामों का एक हिस्सा ये भी है?
अतीक़ अहमद और उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया है और हत्या की जांच के लिए न्यायायिक आयोग गठित कर दिया गया है. लेकिन अतीक की कहानी यहीं खत्म नहीं होती.
पूर्व सांसद अतीक़ अहमद का लंबा आपराधिक इतिहास था और उन पर सौ से अधिक मुक़दमे दर्ज थे.
अतीक़ के भाई अशरफ़ का भी आपराधिक इतिहास था और उन पर 52 मुक़दमे चल रहे थे.
पिछले छह साल में उत्तर प्रदेश सरकार ने अतीक़ अहमद, उनके भाई और उनके गैंग से जुड़े लोगों के ख़िलाफ़ कई कार्रवाइयां की हैं और अनुमानों के मुताबिक उनकी और उनसे जुड़े लोगों की लगभग 800 करोड़ रुपए की संपत्तियों को ज़ब्त और ज़मीनदोज़ किया गया है.
अतीक़ के दो बेटे भी अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं.
अतीक़ अहमद पर100 से ज्यादा केस
अतीक़ अहमद को साबरमती जेल में रखा गया था और उनके ख़िलाफ़ एमपीएमएलए अदालत में चल रहे 50 से अधिक मामलों में कार्रवाई वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही थी.
लेकिन अतीक़ अहमद के आपराधिक इतिहास में 100 से भी अधिक मुक़दमे दर्ज हैं.
प्रयागराज के अभियोजन अधिकारियों के मुताबिक़, अतीक़ अहमद के ख़िलाफ़ 1996 से अब तक 50 मुक़दमे विचाराधीन हैं.
अभियोजन पक्ष का कहना है कि 12 मुक़दमों में अतीक़ और उनके भाई अशरफ़ के वकीलों ने अर्ज़ियां दाख़िल की हैं जिससे केस में चार्जेज़ फ़्रेम नहीं हो पाए हैं.
अतीक़ अहमद बसपा विधायक राजू पाल ही हत्या के मुख्य अभियुक्त थे. इस मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है.
इस साल 28 मार्च को प्रयागराज की एमपीएमएलए अदालत ने अतीक़ अहमद को उमेश पाल का 2006 में अपहरण करने के आरोप में दोषी पाया और उम्र कै़द की सज़ा सुनाई.
उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड के शुरुआती गवाह थे, लेकिन बाद में मामले की जांच संभाल रही सीबीआई ने उन्हें गवाह नहीं बनाया था.
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