UP politics: 2024 से पहले बीजेपी ऐसे तोड़ेगी विपक्ष की कमर, दिल्ली में मंथन के बाद रणनीति तैयार

0

UP politics: 2024 से पहले बीजेपी अपने कुनबे को और बढ़ाना चाहती है. 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को मिले समर्थन के बाद बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है. और इसके लिए हाईकमान ने रणनीति भी तैयार कर ली है.

UP politics: यूपी में 2024 का चुनाव अखिलेश यादव और मायावती सरीखे नेताओं के लिए आसान नहीं रहने वाला है. बीजेपी अपने कुनबे को बढ़ाने के लिए तोड़फोड़ करने की राजनीति पर काम कर रही है और इसके लिए दिल्ली में आलाकमान ने रणनीति तैयार कर ली है. बताया जा रहा है कि अब बीजेपी उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ करेगी और उसके निशाने पर होंगे समाजवादी पार्टी के विधायक. इसके लिए बीजेपी ने अपने कुछ खास लोगों को काम पर लगा दिया है.

शिवपाल सिंह यादव और आजम खान पर निशाना

बीजेपी अच्छी तरह से जानती है किस सत्ता की चासनी का मजा क्या है और इसीलिए उसने समाजवादी पार्टी के दो कद्दावर नेताओं पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं. शिवपाल सिंह यादव तो पहले ही बीजेपी के खेमे से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे थे अब आजम खान भी उन्हीं के रास्ते पर चलते नजर आ रहे हैं. आजम खान की मीडिया प्रभारी ने जिस तरह से अखिलेश यादव पर निशाना साधा उससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि रामपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी किस रणनीति से मैदान में उतरेगी.

मोदी ने दिया है योगी को एक खास मिशन

खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ को एक खास मिशन दिया है जिसके लिए योगी आदित्यनाथ लगे हुए हैं. पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को और मजबूत करने की दिशा में काम करने के आदेश दिए हैं. इसके लिए विपक्ष के मजबूत नेताओं को तोड़कर विपक्ष की इस जमीन को कमजोर करना और हर उस संभावना को खत्म करना जिससे बीजेपी का वोट प्रतिशत कम होता हो. जैसे काम करने के लिए लोगों को तैनात कर दिया गया है.

अखिलेश के कई विधायकों पर है बीजेपी की नजर

खबर तो यह भी आ रही है कि अखिलेश यादव के करीब दो दर्जन विधायक टूटकर बीजेपी में जा सकते हैं. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के कई सहयोगी दलों के विधायक भी बीजेपी से अपने तार जोड़ने की जुगत में लगे हैं. और इस काम में बीजेपी की मदद कर रहे हैं शिवपाल सिंह यादव. हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कितने एमएलए बीजेपी के रडार पर हैं लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि समाजवादी पार्टी में बड़ी टूट के आसार नजर आ रहे हैं और इससे बचने के लिए अखिलेश यादव को जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने होंगे.

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. rajniti.online पर विस्तार से पढ़ें देश की ताजा-तरीन खबरें

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *