अंबिका चौधरी की वापसी की क्या है INSIDE STORY, अखिलेश को क्यों याद आई ‘सपा की बुनियाद’?
शनिवार को लखनऊ में सपा मुख्यालय पर गहमागहमी के माहौल के बीच पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने सपा में वापसी की और इस दौरान उनकी आंखें छलक गई. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके कंधे पर हाथ रखा और कहा, ‘आप सपा की बुनियाद से जुड़े हैं.
65 वर्षीय चौधरी अखिलेश यादव सरकार में राजस्व, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रहे हैं। पूर्व की मुलायम सिंह यादव सरकार में भी अंबिका मंत्री थे। चौधरी को प्रगतिवादी सोच का नेता माना जाता है। बलिया के मूल निवासी अंबिका चौधरी ने न्यायिक सेवा की नौकरी छोड़कर सियासी सफर शुरू किया था। शुरू में समाजवादी विचारधारा के साथ उन्होंने अपना सियासी सफर शुरू किया लेकिन बाद में हो बसपा में चले गए एक बार फिर जब उनकी सपा में वापसी हुई है तो अखिलेश यादव ने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने कहा कि अंबिका प्रसाद सपा की बुनियाद से जुड़े हैं.
क्या शिवपाल यादव की भी हो सकती है वापसी?
आपको बता दें कि अंबिका चौधरी से पहले नारद राय भी समाजवादी पार्टी में वापसी कर चुके हैं. यह दोनों नेता शिवपाल यादव के करीबी माने जाते हैं और पूर्वांचल में एक वक्त में यह समाजवादी पार्टी का मजबूत स्तंभ रहे हैं. छोटे लोहिया के नाम से विख्यात दिवंगत जनेश्वर मिश्रा के खास रहे नारद राय भी सपा में वापसी कर चुके हैं. ये दोनों नेता शिवपाल यादव के खास माने जाते हैं. अब पूर्वांचल में ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या अंबिका और नारद राय के बाद चाचा शिवपाल की भी घर वापसी हो सकती है.
पूर्वांचल में है मजबूत सियासी जनाधार
बलिया के फेफना सीट से अंबिका चौधरी चार बार विधायक रहे हैं. अंबिका चौधरी मुलायम और अखिलेश, दोनों सरकार में मंत्री रहे, लेकिन 2017 में यादव परिवार के बीच झगड़े की खेमेबाज़ी में फंसकर अंबिका चौधरी पार्टी छोड़ चुके थे. अंबिका चौधरी को परिवार के मुखिया मुलायम और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव का करीबी माना जाता रहा है.
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2017 के चुनाव में अंबिका चौधरी का रिजल्ट बहुत अच्छा नहीं रहा लेकिन बलिया में और बलिया से पूर्वांचल की बेल्ट में एक खास वोट बैंक पर उनकी पकड़ बरकरार रही. इसी बीच रामगोविंद चौधरी के बेटे जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए. कहा जाता है यहीं से अंबिका चौधरी की वापसी के संकेत मिलना शुरू हो गए थे. कहा तो यह भी जा रहा है कि अंबिका चौधरी की वापसी में मुलायम सिंह यादव की बड़ी भूमिका है. इस वक्त वह खुद पार्टी से जुड़ी गतिविधियों पर बारीक निगाह रख रहे हैं और पुराने समाजवादी धुरंधरों को एक बार फिर से पार्टी से जोड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
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