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अखिलेश यादव ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं क्योंकि यूपी में लोग कोरोना से मर रहे हैं, क्या है पूरा माजरा?

Akhilesh Yadav trending on Twitter becausepeople are dying of corona in UP

Akhilesh Yadav trending on Twitter becausepeople are dying of corona in UP

अखिलेश यादव ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं. वजह है कोरोनावायरस. दरअसल लोग उनकी वापसी के लिए ट्विटर पर अभियान चला रहे हैं.

समय चक्र की बात है कि अखिलेश यादव को दोबारा से यूपी की कुर्सी दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर लोगों ने अभियान छेड़ दिया है. कोरोनावायरस की वजह से हो रही मौतों से परेशान लोग यूपी में एक विजनरी मुख्यमंत्री चाहते हैं. ट्विटर पर इस समय #वापसजाओ_अखिलेश ट्रेंड कर रहा है. लोग अखिलेश और योगी आदित्यनाथ सरकार की तुलना कर रहे हैं.

अखिलेश यादव होते CM तो नहीं मचती इतनी तबाही

वापसजाओ_अखिलेश ट्रेंड को कुछ ही घंटों में करीब 20000 लोगों ने टि्वीट या रिट्वीट किया है. अखिलेश यादव और सीएम आदित्यनाथ की तस्वीरें लगाकर लोग दोनों में से बेहतर मुख्यमंत्री का आकलन कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा है अगर अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होते तो प्रदेश में कोरोना इतनी तबाही नहीं मचाता.

कोरोना के कोहराम से बदल रहा यूपी का राजनीतिक मिजाज

उत्तर प्रदेश में गंगा के घाटों पर पसरी हुई लाशें हों या फिर स्वास्थ्य महकमे में फैली हुई अव्यवस्था. लोग सरकार और सिस्टम की बेरुखी को देखकर सीएम योगी आदित्यनाथ से खासे खफा हैं. लोगों का मानना है की कोरोना महामारी से निपटने में योगी सरकार पूरी तरह से फेल हो गई. इसीलिए अब 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को दोबारा से मुख्यमंत्री बनाने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान शुरू हो गया है.

अखिलेश यादव के लिए मौका ही मौका

युवाओं के बीच अखिलेश अभी भी पॉपुलर हैं. यह बात अलग है कि भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल में टोंटी प्रकरण में उनकी इमेज को प्रभावित करने की कोशिश की. लेकिन कोरोना काल अखिलेश के लिए सियासी मौका लेकर आया है. अहम यह है कि वह इस मौके का फायदा कैसे उठाते हैं. टि्वटर ट्रेंड में उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने की मांग कहीं ना कहीं सपा कार्यकर्ताओं के लिए राहत की खबर है.

आसान नहीं है यूपी में सपा सरकार की वापसी

यह बात ठीक है कि उत्तर प्रदेश का सियासी मिजाज बदल रहा है लेकिन अखिलेश यादव की सत्ता में वापसी इतनी आसान भी नहीं. उन्हें अपने पिता मुलायम सिंह यादव की तर्ज पर राज्य में पिछड़ों और मुसलमानों के गठजोड़ को दोबारा से पुख्ता करना होगा और सोशल मीडिया के मैदान में अपनी सेना को और ज्यादा मजबूत करना होगा. तभी जाकर उनकी सत्ता में वापसी संभव वह पाएगी.

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