सोनिया गांधी की बातों से किसको लगी मिर्ची?
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने शुक्रवार को ऑनलाइन आयोजित कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कहा कि राजनीतिक नेतृत्व ने भारत को असहाय बना दिया है. उन्होंने कहा कि लोगों के प्रति इस सरकार की कोई सहानुभूति नहीं है.
शुक्रवार को ऑनलाइन आयोजित कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में हाल में हुए पाँच राज्यों के चुनाव में मिली हार को लेकर गहरी निराशा ज़ाहिर की है. सोनिया गांधी ने कांग्रेस सासंदों से कहा कि कांग्रेस कार्यकारी समिति जल्द ही हार की समीक्षा के लिए बैठक बुलाएगी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सोनिया गांधी ने कहा कि एक पार्टी के रूप में सामूहिक रूप से विनम्रता और ईमानदारी से सबक़ लेना चाहिए. सोनिया गांधी ने कहा कि कोविड संकट से निटपने के लिए सक्षम और दूरदर्शी नेतृत्व की ज़रूरत है लेकिन मोदी सरकार की उपेक्षा के कारण देश पिछड़ता जा रहा है.
सोनिया गांधी ने कहा, सरकार ने देश को संकट में डाल दिया
सोनिया गांधी ने ये भी कहा कि कोविड महामारी की लड़ाई एक राष्ट्र के रूप में मिलकर लड़ने की ज़रूरत है. कांग्रेस प्रमुख ने मोदी सरकार से कोविड संकट पर तत्काल सर्वदलीय बैठक की भी मांग की. कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि मोदी सरकार लोगों की उम्मीदों पर बिल्कुल खरी नहीं उतरी. उधर राहुल गांधी ने भी कहा, ‘’सरकार के पास कोविड से निपटने और टीकाकारण की नीति का अभाव है. जब वायरस देश में पाँव पसार रहा था तब वायरस पर जीत पा लेने के ऐलान की जल्दबाज़ी ने आज भारत को इस हालात में लाकर खड़ा कर दिया है.‘’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी #SoniaGandhi ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से पूरे देश में प्रभावी टीकाकरण और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैज्ञानिक तरीक़ा अपनाने की मांग की. भारत में कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ रहा है और एक हफ़्ते में 15 लाख संक्रमण के नए मामले दर्ज किए गए हैं.
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