मनमोहन सिंह की सरकार में महंगाई को डायन कहा जाता था लेकिन मोदी जी का करिश्मा यह है कि आजकल महंगाई को लोग डायन नहीं समझते. मोदी जी ने महंगाई को घर का सदस्य बना दिया है. अब देखिए ना petrol 100 पर पहुंच गया है और LPG gas के दाम ₹50 बढ़ गए हैं लेकिन किसी ने उफ तक नहीं की…
अगर आप 2014 से पहले समझदार थे तो आपको याद होगा कि कैसे पेट्रोल की कीमतों में 5 पैसे का इजाफा होने पर महंगाई डायन हो जाती थी और सरकार की जमकर आलोचना होती थी. लेकिन मोदी जी की सरकार में रसोई गैस पर ₹50 बढ़ा दिए गए और किसी ने उफ्फ तक नहीं की. पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं कुछ शहरों में तो पेट्रोल ₹100 प्रति लीटर तक पहुंच गया है लेकिन मजाल है कि किसी ने सरकार से यह पूछा हो कि महाराज महंगाई पर लगाम कब लगेगी? यही मोदी जी का करिश्मा है कि लोगों को महंगाई महसूस नहीं होती और महंगी चीजों को खरीदने में ऐसा लगता है कि वह देश हित में अपना पैसा खर्च कर रहे हैं.
महंगाई की दोहरी मार
LPG की कीमतों में यह बढ़ोत्तरी ऐसे समय में हुई है जब पेट्रोल और डीजल के दाम भी ऑल-टाइम हाई पर पहुंच चुके हैं. यानी आम आदमी पर महंगाई की कई ओर से मार पड़ रही है. बता दें कि पेट्रोल-डीजल की तरफ LPG की कीमतें भी सरकारी ऑयल कंपनियां तय करती हैं. बता दें कि इससे पहले दिल्ली में गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत को 694 रुपये से बढ़ाकर 719 रुपये किया गया था. इसके अलावा दिसंबर 2020 में भी दिल्ली में रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये का इजाफा हुआ था. इसके पहले जनवरी महीने में एलपीजी की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी.
फरवरी में गैस सिलेंडर की कीमतों में दूसरी बार इजाफा हुआ है. इससे पहले 4 फरवरी को ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दाम में 25 रुपए का इजाफा किया था. बढ़ी हुई कीमतें आज सोमवार को यानी 15 फरवरी आधी रात से लागू होंगी. डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस अगर इन तीन चीजों पर महंगाई बढ़ती है तो इसका असर दूसरी चीजों पर भी पड़ता है. यह सीधा-सीधा आम आदमी की जेब से जुड़ा हुआ मामला है लेकिन 2014 से पहले जहां लोग चीजों को महंगा खरीदने के बाद सरकार को कोसते थे वही अब महंगी चीजें आप को देशभक्त होने का एहसास कराती हैं. यही मोदी जी की महिमा है.
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