किसानों का हल्लाबोल, अमेठी में जोरदार प्रदर्शन की सबसे खास बात क्या?
कृषि क्षेत्र में सुधारों के लिए संसद में पास कराए गए कृषि बिलों के विरोध में शुक्रवार को किसानों ने एक दिन के भारत बंद का ऐलान किया है। भारत बंद को देखते हुए देशभर सहित अमेठी में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई।
दरअसल संसद में पास हुए तीन कृषि विधेयकों का विरोध अब सड़कों पर जोर पकड़ने लगा है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत विभिन्न किसान संगठनों ने शुक्रवार को भारत बंद का ऐलान किया है। इसी क्रम में स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में भी भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) गुट में भी कृषि बिल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया।
न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर किसानों की चिंता
प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि केंद्र के इस बिल से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषि क्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा। किसानों ने कहा कि तीनों विधेयक वापस लिए जाने तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
किसान आयोग बनाए सरकार
किसान नेता और भाकियू अराजनैतिक टिकैत के जिलाध्यक्ष हरीश सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार आनन-फानन में जो ये कृषि अध्यादेश लेकर आई है। हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं। हरीश ने कहा कि इतने सालों से देश का किसान अपने किसान आयोग की मांग कर रहा है, लेकिन उस पर ध्यान न देकर इस किसान विरोधी अध्यादेश को लागू किया गया है।
वहीं उपजिलाधिकारी मुसाफिरखाना रामशंकर ने बताया कि किसान यूनियन राजनैतिक टिकट के किसानों ने आज कादूनाला स्थित शहीद स्मारक के पास एक विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा है और इस ज्ञापन को जिलाधिकारी अमेठी को भेज दिया जाएगा।
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