#BoysLockerRoom: यौन उत्पीड़न, सेक्सिज़्म और लड़कों की कूलनेस
“डूड, ये देख. इसकी न्यूड सेल्फ़ी. मैं 10वीं क्लास में इससे हुकअप करता था, रोज़ मुझे न्यूड्स भेजती थी.”
“ब्रो, इस लड़की को बुलाते हैं. हम आसानी से इसका रेप कर सकते हैं. मैं और लड़कों को बुला लूंगा. हम इसका गैंगरेप कर सकते हैं. हम बहुत कुछ कर सकते हैं.”
ये कूल बातें दिल्ली के कूल लडके कर रहे थे जिनकी उम्र 15-16 साल की थी. ये सारी बातें इंस्टाग्राम पर boieslockerroom नाम के एक ग्रुप में हो रही थीं. किसी तरह इसके स्क्रीनशॉट बाहर आ गए और अब दिल्ली पुलिस की साइबर सेल इसकी जांच कर रही है. चूंकि ये बातें पब्लिक स्पेस में नहीं होतीं, इनके बारे में आम तौर पर कोई नहीं जान पाता. सिवाय उन पुरुषों के, जो इसका हिस्सा होते हैं. हां, ये बात और है कि इस लॉकर रूम में हुई बातचीत भी कभी न कभी सामने आ ही जाती है, जैसे इन स्कूली लड़कों का इंस्टाग्राम ग्रुप सामने आ गया. अब इन बातों को लेकर इस चैट को लेकर हंगामा बरपा है.
Also read:
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
- CII India Europe Business and Sustainability Conclave 2024: एजुकेशन सेक्टर में अडानी ग्रुप नया एक्सपेरिमेंट, यूरोप की बड़ी आईटी कंपनी जॉइस्ट इनोवेशन पार्क से किया एमओयू
- दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा कहां है?
- Online Gambling: लूट के तंत्र ने कानून को किया बेबस
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक 18 साल के एक लड़के को गिरफ्तार किया है. ये लड़का बॉयज लॉकर रूम (Bois Locker Room) चैट ग्रुप का एडमिन था. इस ग्रुप में शामिल किशोर बच्चे लड़कियों के बारे में अश्लील और आपत्तिजनक बातें कर रहे थे. पुलिस ने बताया कि 18 साल के इस लड़के ने इसी साल 12वीं की परीक्षा दी है.
ग्रुप से जुड़े 15 लड़कों से पूछताछ हुई ,जिसमें अधिकतर लड़के नाबालिग हैं, कुछ बालिग हैं. ग्रुप में 27 मेम्बरों के बारे में जानाकरी मिली, सभी की पहचान हो चुकी है. सभी के मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं.
Boys Locker Room स्कैंडल का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में लेटर पिटिशन दाखिल कर मामले में संज्ञान लेने की गुहार लगाई गई है. याचिका में कहा गया है कि ये मामला न सिर्फ प्राइवेसी से जुड़ा हुआ है बल्कि महिला की सेफ्टी से भी जुड़ा है. साथ ही नाबालिगों को संवेदनशील बनाने और उनके काउंसलिंग करने का भी मामला है. सुप्रीम कोर्ट से मामले में दखल की गुहार लगाई गई है.
सुप्रीम कोर्ट में तीन वकीलों की ओर से लेटर लिखकर Boys Locker Room मामले की सुनवाई की गुहार लगाई गई है. सुप्रीम कोर्ट में ऐडवोकेट ऑन रेकॉर्ड आनंद वर्मा, वकील कौस्तुब प्रकाश और शुभांगी जैन की ओर से लेटर पिटिशन लिखा गया है और कहा गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लोगों के बीच बातचीत के गैप को भरता है. लेकिन मौजूदा बॉयज लॉकर रूम स्कैंडल साबित करता है कि ये प्लेटफॉर्म महिलाओं को प्रताड़ित करने के लिए इस्तेमाल किया गया है.