कोरोना टिप्स (Crona tips) : कौन सा ‘मास्क’ आपके लिए बेहतर है ?

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Medical masks or homemade masks for which masks are better?

कोरोना वायरस से बचने के लिए आपको कई उपाय अपनाने के लिए कहा जा रहा है. उन्हीं उपायों में मास्क लगाना भी शामिल है. लेकिन सवाल ये है कि कौन सा मास्क ज्यादा सुरक्षित है? अगर आपको बाजार में मास्क नहीं मिला तो क्या करें? देखिए इसमें कोई संदेह नहीं है कि मेडिकल मास्क कपड़े के मास्क से ज्यादा सुरक्षित है. लेकिन अगर आपके पास मेडिकल मास्क नहीं है. तो आप घर के बने मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं.

अभी हाल ही में सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय ने पहली बार सभी से ये अपील की कि सभी मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें. कार्यालय ने मास्क के जुड़ा हुआ एक विस्तृत मैनुअल जारी किया जिसमें ये भी बताया गया था कि मास्क बनाएं कैसे ? खासतौर पर घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रहने वाले, लोगों के लिए घर में बने मास्क का इस्तेमाल करने के लिए कहा है. इस एडवायजरी में उन लोगों से भी मास्क लगाने की अपील की गई जो कोरोना संक्रमित नहीं है. या जिनका आसपास कोई कोरोना संक्रमित नहीं है.

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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने पहले कहा था कि हर किसी को “मास्क” की आवश्यकता नहीं है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भी यही बात कही है. लेकिन साथ में ये भी कहा है कि अगर आपके आसपास या आप किसी संक्रमित व्यक्ति के आसपास जाते हैं तो आपको मास्क लगाना चाहिए. यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की भी यही सिफारिश है कि आप किसी संक्रमित व्यक्ति के आसपास हैं तो आप मास्क लगाएं. हालांकि सीडीसी इस पर दोबारा से विचार कर रही है. लेकिन बड़ा प्रश्न ये है कि आप ये तय कैसे करेंगे की कौन संक्रमित है और कौन नहीं. इसलिए एतिहास के तौर पर आप मास्क का प्रयोग कर सकते हैं.

मास्क पहनने को लेकर पहले क्या सलाह दी गई

यहां आपको दो बातें बतानी जरूरी हैं. जब तक ये बात पता नहीं चली थी कि कोरोना वायरस हवा में भी तीन घंटे तक रह सकता है तब तक आपको हमेशा मास्क पहने की सलाह नहीं दी गई थी. लेकिन जब ये पता चल गया है कि ये वायरस हवा में भी तीन घंटों तक रह सकता है तो ये जरूरी है कि आप जितना हो सके मास्क का इस्तेमाल करें. पूरी दुनिया में इस वक्त मास्क की किल्लत हो गई है. मेडिकल या प्रोफेशनल मास्क की कमी के चलते ये सलाह दी जा रही है कि ये मास्क उन लोगों के लिए उपलब्ध रहें जो ज्यादा खतरे में काम करते हैं. जैसे डॉक्टर या बाकी मेडिकल स्टॉफ.

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मास्क कैसे आपको सुरक्षित करता है?

देखिए! जब आप मास्क लगाते हैं तो आपका मुंह और नाक इससे ढक जाते हैं. ऐसे में ये आपके श्वसन तंत्र को कोरोना वायरस से बचा लेना है. SARS-CoV2 जो कि COVID-19 बीमारी के पीछे का कारण है जिसे आप कोरोना वायरस के नाम से भी जानते हैं वो एयरड्राप यानी हवा से भी आपके अंदर दाखिल हो सकता है. इसे आप ऐसे समझिए कि किसी संक्रमित व्यक्ति ने कहीं पर खांसा है और उसने मास्क नहीं लगाया हुआ है तो वो उसके मुंह और नाक से निकलेगा और अगर आपने भी मास्क नहीं लगाया है तो आपके मुंह में घुस जाएगा.

अभी हाल ही में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन ने कहा है कि संक्रमित व्यक्ति के कफ या खांसी से निकला हुआ वायरस हवा में तीन घंटे तक रहता है. इसके अलावा ये वायरस स्टील, प्लास्टिक और तांबे पर भी कई घंटों तक रह सकता है. इसलिए अगर किसी जगह पर वायरस है और आप उसको छूने के बाद उसी हाथ से अपनी नाक या मुंह को छूते हैं तो ये आपको संक्रमित कर सकता है. वहीं अगर आप मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपके हाथ सीधे आपकी नाक या मूंह की त्वचा के संपर्क में नहीं आएंगें.

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मेेडिकल मास्क कितने कारगर हैं?

इस वक्त एन-95 मास्क की सबसे ज्यादा डिमांड है. जैसा की इसका नाम है उसके हिसाब से ये कहा जाता है कि ये 95 फीसदी बाहरी खतरनाक तत्वों को रोकता है. ये मास्क 0.3 माइक्रोन से लेकर 1 माइक्रोन तक के तत्वों को रोकने में कारगर है. एक माइक्रोन का अर्थ होता है कि एक मीटर का 10 लाखवां हिस्सा. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि एक SARS-CoV2 वायरस आमतौर पर आकार में 0.2 माइक्रोन तक होता है, इसलिए यह संभवतः एन 95 मास्क को भेद सकता है.

लेकिन जब ये वायरस हवा की बूंदों में मिल जाता है तो इसका आकार बढ़ जाता है. क्योंकि एक हवा की बूंद का आकार 0.3 से कम नहीं होता. इसलिए एन-95 मास्क वायरस से आपको बचाने में कारगर है. ये मास्क मेडिकल स्टॉफ या डॉक्टरों के लिए काफी उपयोगी है. एन-95 मास्क का उपयोग आमतौर पर मेडिकल पेशे से जुड़े लोग करते हैं. क्योंकि सर्जरी के दौरान लार की बूंदों को ये बाहर आने से रोकता है.

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घर में बने मास्क का उपयोग क्या है?

घर में बने मास्क बाहरी खतरनाक तत्वों से आपको बचाने में बहुत कारगर नहीं हैं. ये एन-95 की तरह तरह आपको सुरक्षित नहीं रख सकते हैं. लेकिन फिर भी कुछ नहीं पहनने से बेहतर है कि आप घर का बना हुआ कॉटन के कपड़े का मास्क लगाएं. ये मास्क आप कई बार धो भी सकते हैं और इस मास्क का इस्तेमाल आप कई बात कर सकते हैं. इसलिए हमारी सलाह यही है कि आप इस तरह के मास्क उपयोग हमेशा करें.

तो आपको क्या करना चाहिए?

प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा है कि आप कपड़े का घर का बना मास्क पहन सकते हैं लेकिन ये आपको पूरी सुरक्षा नहीं देता. वहीं डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि मास्क तभी ज्यादा कारगर होगा जब आप लगातार सेनिटािजर से अपने हाथ साफ करते रहें. डब्ल्यूएचओ का ये भी कहना है कि मास्क तभी काम करेगा जब ये साफ होगा. इसलिए आप ऐसे मास्क का इस्तेमाल करें जो साफ हो. भारत की घनी आबादी वाले इलाकों में इस मास्क का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. अगर मेडिकल मास्क आप नहीं लाए हैं तो कोई बात नहीं आप कॉटन के कपड़े को दो लेयर वाला मास्क बना कर इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि सरकार मेनुएल के अनुसार ये 70 फीसदी कोरोना वायरस के खतरे को कम कर देता है.

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