कोरोनावायरस: भारत की इस आबादी को है सबसे ज्यादा खतरा?

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Coronavirus: Is this India's population the most threatened?

चीन में हजारों लोगों की जान लेने के बाद कोरोनावायरस अब दुनिया के कई देशों में फैल रहा है. भारत भी इस वायरस की ज़द में है. भारत में इस बढ़ते खतरे से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है. लेकिन लोगों को इस बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है.

कोरोनावायरस या कोविड 19 भारत के के लिए सबसे बड़ा खतरा है. अब ये वायरस चीन में उतना खतरनाक नहीं रह गया है जितना दूसरे देशों में. क्योंकि अभी तक ये वायरस दुनिया के 60 से ज्यादा देशों में फैल चुका है. भारत में दिल्ली और तेलंगाना में इसके दो मामले सामने आ चुके हैं. इसकी वजह से इससे निपटने के लिए हमें तैयार रहना होगा. इस संक्रमण के बढ़ते ख़तरे को देखते हुए सावधानी बरतने की ज़रूरत है ताकि इसे फैलने से रोका जा सके. WHO, पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड और नेशनल हेल्थ सर्विस से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक अगर इस वायरस से बचना है तो बचाव ही सबसे अच्छा तरीका है.

कोरोनावायरस से है इन लोगों को ज्यादा खतरा

कोरोनावायरस से उन लोगों को खतरा ज्यादा है जो बार-बार हाथ नहीं धोते या हाथ धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल नहीं करते इसलिए अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो आप हाथ धोएं और लोगों से हाथ मिलाने से बचें.अगर कोई खांस रहा है या छींक रहा है तो आप उससे दूर रहें क्यों इससे भी ये वायरस फैल सकता है. आप भी इसके लिए डिस्पोजेबल टिशू का इस्तेमाल करें. एक बात और आपको ध्यान देनी चाहिए कि अगर आपके पास टिशू नहीं है या फिर आप हाथ को मुंह पर रखकर खांस रहे हैं तो तुरंत हाथ धो लें. क्योंकि जो लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं उन्हें कोरोना अपनी गिरफ्त में ले सकता है.  हालांकि अभी तक ये पूरी तरह से पता नहीं चल सका है कि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कैसे फैलता है. लेकिन इससे मिलते-जुलते वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के ज़रिए फैलते हैं. इसलिए आप ख़तरे को कम करने के लिए इन बातों का ध्यान रख सकते हैं

अगर आप इससे संक्रमित हो जाते हैं तो हल्के-फुल्के लक्षण सामने आएंगे. आप इसके संक्रमण से उबर भी सकते हैं.वैज्ञानिकों का मानना है कि बीमारी से होने वाली मौतों की दर कम है. यह 1 से 2 प्रतिशत के बीच है. यह भी पता चला है कि जिनकी मौत हुई, वो या तो उम्रदराज़ थे या उन्हें पहले से ही कोई बीमारी थी. लेकिन, ध्यान देने वाली बात यह है कि वायरस के शुरुआती स्तर के मामलों और हल्के-फुल्के लक्षणों वाले मामलों को अभी गिना नहीं गया है. इसलिए संक्रमति मामलों की सामने आई संख्या पूरी तरह भरोसेमंद नहीं कही जा सकती. कोरोना वायरस के गंभीर मामलों में निमोनिया, सांस लेने में बहुत ज़्यादा परेशानी, किडनी फ़ेल होना और यहां तक कि मौत भी हो सकती है. ये वायरस उन लोगों के काल है जिन्हें कोई बीमारी है. जैसे अगर कोई अस्थमा, मधुमेह, दिल की बीमारी से जूझ रहा है तो ये वायरस उनके लिए गंभीर खतरा है.

खुद को अकेले रख कर कोरोना से लड़ें

भारत अभी इस वायरस से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है इसलिए आप बचाव खुद करें. अगर आप संक्रमित इलाक़े से आए हैं या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं तो आप अकेले रहें.

  • घर पर रहें
  • ऑफ़िस, स्कूल या सार्वजनिक जगहों पर न जाएं
  • सार्वजनिक वाहन जैसे बस, ट्रेन, ऑटो या टैक्सी से यात्रा न करें
  • घर में मेहमानों को न बुलाएं
  • कोशिश करें कि घर का सामान किसी और से मंगाएं.

अगर आप और भी लोगों के साथ रह रहे हैं तो ज़्यादा सतर्कता बरतें. अलग कमरे में रहें और साझा रसोई व बाथरूम को लगातार साफ़ करें. क्योंकि अगर आप ऊपर दिए हुए काम नहीं कर रहे हैं तो कोरोना से आपको बचाना बहुत मुश्किल हो जाएगा. क्योंकि करीब 14 दिनों तक आपको ऐसा ही करना होगा. अगर आपको कोरोना का संक्रमण घेरता है तो आपको इसे ठीक करने का कोई इलाज तो नहीं मिलेगा इतना जरूर है कि आपको इसके लक्षण कम करने वाली दवाईयां दी जा सकती है. कुछ अस्पताल एंटी-वायरल दवाओं का भी परीक्षण कर रहे हैं.

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