उन्नाव रेप कांड : कुलदीप सेंगर पूरी क्राइम कुंडली
उन्नाव से बीजेपी विधायक रहे कुलदीप सेंगर को कोर्ट ने बलात्कार को दोषी माना है. दिल्ली की एक अदालत ने कुलदीप सेंगर को अपहरण और बलात्कार के मामले में दोषी करार दे दिया है.
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने बीजेपी विधायक रहे कुलदीप सेंगर को बलात्कार और अपहरण के मामले में दोषी ठहरा दिया है. अब सेंगर को सजा कितनी दी जाएगी इस पर 19 दिसंबर को बहस होगी. कुलदीप सेंगर को काफी दवाब के बाद बीजेपी ने पार्टी से निष्कासित किया था. इस मामले में फैसला सुनाते हुए सीबीआई को फटकार भी लगाई. कोर्ट ने चार्जशीट लगाने में देरी करने पर सीबीआई को लताड़ दिया. हालांकि कोर्ट ने इस मामले में सह अभियुक्त शशि सिंह को अदालत ने बरी कर दिया है.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इसे लखनऊ की अदालत से दिल्ली की एक अदालत में ट्रांसफ़र कर दिया था. इस मामले में पांच अगस्त से रोज सुनवाई हो रही थी. आपको बता दें कि ये मामला 2017 से जुड़ा है जब बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर एक महिला ने अपहरण और बलात्कार का आरोप लगाया था. जब इस घटना हुई थी उस वक्त पीड़िता नाबालिग थी.
पीड़िता के मुताबिक वो कुलदीप सेंगर के घर में नौकरी मांगने गई थी. जिसके बाद उसने विधायक के घर पर उसके साथ बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया था. इस केस में सेंगर पर पीड़िता के सामूहिक बलात्कार और उसके परिवार के खिलाफ़ आपराधिक साजिश और हमले का, पीड़िता के पिता को ग़लत मामले में फंसाने का और फिर हिरासत में पीड़िता के पिता की मौत के मामले में सुनवाई चल रही थी.
इस मामले में सुनवाई की पूरी रिकॉर्डिंग की गई है. इसमें पीड़िता के पक्ष के कुल 13 गवाह पेश हुए. बचाव पक्ष ने 9 गवाह पेश कए. पीड़िता का बयान दर्ज करने के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल में एक ख़ास अदालत बैठी थी. अगस्त में सेंगर और शशि सिंह पर बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा की धारा पोक्सो एक्ट के तहत धारा 376 और 363 के तहत आरोप तय किए थे.
कौन हैं कुलदीप सेंगर ?
कुलदीप सेंगर उत्तर प्रदेश के उन्नाव की बांगरमऊ सीट से चार बार बीजेपी के विधायक रह चुके हैं. सेंगर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की. 2002 के चुनावों से पहले उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया और कांग्रेस के प्रत्याशी को बड़े अंतर से हरा दिया. 2007 में वो सपा के साथ हो लिए. 2012 में भी सपा के टिकट पर उन्होंने चुनाव जीता और 2017 में बीजेपी के टिकट पर वह विधायक बन गए. यानी 2002 से वो लगातार विधायक हैं और अपने राजनीतिक करियर में यूपी की सभी अहम पार्टियों में रहे हैं. 2002 से 2017 के बीच वो बीएसपी, एसपी से विधायक रहे हैं और अभी बीजेपी से विधायक हैं. जब उनपर रेप के आरोप लगे तो वो बीजेपी के विधायक थे.
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