पाकिस्तान को बर्बाद करने के लिए ‘दूध’ ही काफी है!
पाकिस्तान में दूध अर्थव्यवस्था के के लिए चुनौती बन गया है. लोगों के लिए वहां पर लोगों रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. खबर आई है कि मुहर्रम के मौके पर पाकिस्तान में लोगों ने 140 रुपय में एक किलो दूध खरीदा. हालात यहां तक खराब हो गए हैं लेकिन पाकिस्तान की करेंसी लगातार रसातल में जा रही है और सरकार बेबस है.
जो दूध आप 40 या 50 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदते हैं वही दूध पाकिस्तान में 140 रुपये प्रति किलो खरीदा जा रहा है. पाकिस्तान के कई शहरों में दूध की कीमतें मुहर्रम महीने के कारण आसमान पर हैं. पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से खबर है कि कराची और सिंध प्रांत में दूध 140 रु. प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. मांग बढ़ने के चलते दूध की कीमतें बढ़ गई हैं.
ये कीमतें इसलिए भी चौंकाती हैं क्योंकि पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल की कीमत इस वक्त दूध से कम है. मजेदार बात यह है कि यहां पर पेट्रोल की कीमत 113 रु. और डीजल की कीमत 91 रु. प्रति लीटर है. मुहर्रम महीने को देखते हुए शहर की कई जगहों पर स्टॉल लगाकर दूध, जूस और ठंडा पानी बेचा जा रहा है. यहां दूध की मांग ज्यादा होने के कारण कीमतें बढ़ रही हैं.
यहां दूध का स्टाल लगाने वाले लोगों का कहना है कि वो हर साल स्टाल लगाते हैं. लेकिन इस साल जितनी महंगाई है उतनी कभी नहीं रही. इसलिए हम लाभ कमाने से चूकना नहीं चाहते थे. दुकान लगाने वाले लोगों को कहना है कि जिंदगी में ऐसा मौका कभी नहीं आया जब मुहर्रम के वक्त दूध की कीमतें इतनी बढ़ी हों. दूध की बढ़ी हुई कीमतों को देखते हुए कराची के कमिश्नर इफ्तिखार सलवानी ने कोशिशें शुरु कर दी हैं और दूध की आधिकारिक दर 94 रु. प्रति लीटर तय की है.