‘अरामको पर ईरान के से आए हथियारों से हमला किया गया’
सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको पर हुए ड्रोम हमले के बाद सऊदी अरब ने कहा है कि इस हमले में जो हथियार इस्तेमाल किए गए वो ईरान से आए थे. यमन में लड़ रहे सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने यह बात कही है.
सोमवार को यमन में लड़ रहे सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने सोमवार कहा है कि सऊदी अरब की कंपनी अरामको के तेल ठिकानों पर जो हमले हुए उसमें इस्तेमाल किए गए हथियार सऊदी के चिर-प्रतिद्वंदी ईरान से आए थे. पीटीआई के मुताबिक राजधानी रियाद में सैन्य गठबंधन के प्रवक्ता तुर्की अल मालिकी ने पत्रकारों से कहा,
‘पूरे मामले की जांच जारी है और सभी संकेत इशारा कर रहे हैं कि दोनों हमलों में इस्तेमाल किए गए हथियार ईरान से आए थे.’
सऊदी का कहना है कि हथियार ईरानी थे लेकिन इनका इस्तेमाल कहां से किया गया ये पता लगाना बाकी है. सऊदी अरब की चर्चित कंपनी अरामको के दो प्रमुख तेल प्रतिष्ठानों पर शनिवार को हुए हमले की जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली थी, जो ईरान समर्थित हैं. अमेरिका भी लगातार ये दावा कर रहा है इन हमलों में ईरान का हाथ है.
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हालांकि ईरान ने अमेरिका के आरोप को खारिज कर दिया है. ईरान ने कहा है कि अऱामको के तेल ठिकानों पर हुए हमले में उसका हाथ नहीं है. उसने अमेरिका को चेताते हुए यह भी कहा है कि मध्यपूर्व के कईं क्षेत्रों में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे और एयरक्राफ़्ट कैरियर उसकी मिसाइलों की रेंज में हैं.