इधर चुनाव प्रचार खत्म, उधर नमो टीवी का प्रसारण बंद
लोकसभा चुनाव के दौरान डीटूएच नेटवर्क पर अचानक नमो टीवी का प्रसारण शुरु हो गया था. जो चुनाव खत्म होते ही बंद हो गया है. मोदी महिमा सुनाने वाला ये टीवी चैनल जैसे आया था वैसे ही चला भी गया है. ये कहां से आया, कैसे आया और कहां चला गया ये तिलिस्म ही रहेगा. बस इसके कंटेंट के आधार पर आप ये सोच सकते हैं कि ये बीजेपी का चैनल था.
किसी भी टीवी चैनल को शुरु करने की प्रक्रिया काफी जटिल होती है. इसमें काफी पैसा खर्च होता है. इतना है नहीं उसका डीटूएच पर प्रसारण भी काफी महंगा होता है. लेकिन नमो टीवी का प्रसारण बिना सबस्क्राइब किए ही सभी डीटूएच पर जैसे शुरु हआ वैसे ही बंद भी हो गया है. बीते हफ्ते लोकसभा चुनाव का प्रचार अभियान खत्म होने के बाद नमो टीवी का प्रसारण भी बंद हो चुका है.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक इस चैनल की शुरुआत लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद अलग-अलग डीटीएच प्लेटफॉर्मों पर 31 मार्च, 2019 को हुई थी. चैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभाओं और रोडशो का प्रसारण किया जाता था. इस टीवी चैनल पर दर्शकों को नरेंद्र मोदी के भाषण भी लगातार दिखाए जाते थे. विपक्ष ने नमो टीवी को लेकर सवाल खड़े किए थे और नमो टीवी को प्रधानमंत्री का ‘प्रोपेगेंडा मशीन’ करार दिया था.
विपक्ष ने कहा था कि नमो टीवी चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. खबर में बताया गया है कि यह चैनल पार्टी प्रायोजित एक विज्ञापन प्लेटफॉर्म था. साथ ही, इसकी लागत का ब्यौरा भाजपा के वार्षिक खर्च और ऑडिट रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा. नमो टीवी से जुड़ा हुआ सवाल मोदी से भी पूछा गया था जिसके बारे में उन्होंने कोई खास जवाब नहीं दिया था.