लोकसभा चुनाव 2019 : आखिरी चरण का रण, किसका बचेगा गढ़ ?
छठे चरण के मतदान खत्म होने के साथ ही अब नेताओं ने सातवें और अंतिम चरण के मतदान के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. 2019 के लोकसभा चुनाव का अंतिम पड़ाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें सबसे बड़े चेहरे मैदान में हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 : सत्ता का समर अपने आखिरी चरण में है और इस चरण में दांव पर है उन सियासी दिग्गजों की किस्मत जिन्हें अपनी साख बचानी है. इस चरण में वाराणसी के वोटर भी अपना सांसद चुनेंगे. यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सियासी किस्मत ईवीएम में कैद होगी. इस सीट पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भी परीक्षा होगी, क्योंकि उनके गृह क्षेत्र गोरखपुर में भी वोटिंग 19 मई को होनी है. उनके लिए अपनी सीट से रवि किशन को जिताना बड़ी चुनौती है. गठबंधन के गणित की वजह से उनके क्षेत्र में भी सियासी हालात बदले हुए हैं.
अंतिम चरण में 19 मई को आठ राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा. उत्तर प्रदेश की 13, पंजाब की सभी 13 सीट, पश्चिम बंगाल की नौ, बिहार औऱ मध्य प्रदेश की आठ-आठ सीटें, हिमाचल प्रदेश की सभी चार सीट, झारखंड की तीन और चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर चुनाव होगा. 2014 के लोकसभा चुनाव में इन 59 सीटों में से सबसे ज्यादा 33 सीटें बीजेपी ने जीती थीं. वहीं टीएमसी के पास नौ, कांग्रेस के पास तीन और अन्य के पास 14 सीटें थीं. ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती बीजेपी के सामने अपनी सीटें बचाने की है क्योंकि इस बार गठबंधन का गणित की चुनौती है.
हालांकि बीजेपी को मोदी कैमिस्ट्री पर पर सबसे ज्यादा भरोसा है. बीजेपी तो दावा कर रही है कि इसबार पार्टी को पहले से ज्यादा सीटें मिलेंगी. चलिए अब नजर डालते हैं. उन दिग्गजों पर जिनकी सियासी किस्मत 19 मई को दांव पर है.
जिनकी साख दांव पर लगी है
अंतिम चरण में पीएम मोदी के अलावा जिन बड़े चेहरों की सियासी किस्मत दांव पर लगी हुई है उनमें बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी.. बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा.. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार, केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, शत्रुघ्न सिन्हा और सनी देओल शामिल हैं.
कहां-कहां डाले जाएंगे वोट ?
इस चरण की 59 सीटों में से 33 बीजेपी के पास हैं तो चुनौती भी बीजेपी के लिए ही सबसे बड़ी है..इसीलिए नरेंद्र मोदी लगातार पूर्वांचल पर फोकस कर रहे हैं. यूपी के अलावा पंजाब की अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर, होशियारपुर, फरीदकोट, फिरोजपुर, बठिंडा, आनंदपुर साहिब, लुधियाना, फतेगढ़ साहिब, संगरुर, पटियाला, खडूर साहिब पर 19 मई को वोट पड़ेगें.
उधर पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर, दमदम, बारासात, बशीरहाट, जाधवपुर, के अलावा जयनगर, मथुरापुर, कोलकाता उत्तर, कोलकाता दक्षिण सीटों पर भी सांतवे चरण में वोटिंग होगी.
वहीं मध्य प्रदेश की रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, देवास, खरगौन, खंडवा, और धार संसदीय क्षेत्र में भी सातवे चरण के तहत 19 मई को मतदान होना है.
उधर बिहार की आरा, बक्सर, नालंदा, काराकट, जहानाबाद, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, सासाराम सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 19 को ही होगा.
साथ ही हिमाचल प्रदेश की मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, शिमला.और झारखंड की गोड्डा, दुमका, राजमहल में अंतिम चरण में मतदान होना है.