प्रियंका गांधी ने मेरठ में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात की
देर से ही सही लेकिन प्रियंका गांधी यूपी की पॉलिटिक्स में सक्रिय हो गई हैं. प्रियंका गांधी ने मेरठ में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात की है. प्रियंका गांधी की इस मुलाकात को दलित वोटरों को रिझाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है.
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस में महासचिव बनने के बाद थोड़ी देर से ही सही लेकिन अपनी सक्रियता दिखानी शुरु कर दी है. बुधवार को मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद से उन्होंने अचानक मुलाकात की है. प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश के कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभार ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे.
शाम करीब पांच बजे वो अचानक मेरठ के आनंद अस्पताल पहुंची और उन्होंने इस मुलाकात के बाद कहा कि इसके राजनीतिक मायने न निकाले जाएं उन्होंने कहा,
‘मैं चंद्रशेखर को जानती हूं. इनका जोश पसंद आया, इसलिए मिलने आई हूं, इसे राजनीति से न जोड़े.’
चंद्रशेखर आजाद से प्रियंका की इस मुलाकात को दलित वोटरों को लुभाने के तौर पर देखा जा रहा है. चंद्रशेखर बीते कुछ सालों में दलित राजनीति के नए चेहरे के तौर पर उभरे हैं और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खासे लोकप्रिय हैं. मायावती ने चंद्रशेखर को बीजेपी का एजेंट तक कहा है. प्रियंका गांधी ने चंद्रशेखर से ऐसे वक्त में मुलाकात की है जब मायावती कह चुकी हैं कि वो पूरे देश में कहीं भी कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगी.