नितिन गडकरी ने किससे कहा, ‘चिल्लाना बंद करो वर्ना थप्पड़ लगेगा’
महाराष्ट्र के नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. वहां मौजूद लोग जब जोर जोर से चिल्लाने लगे तो उन्होंने कहा कि चिल्लाना बंद करो नहीं तो थप्पड़ लगेगा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को एक जनसभा के दौरान नाराज होकर कहा कि वे चुप हो जाएं, अन्यथा उन्हें थप्पड़ लगेगा. दरअसल कुछ लोग लगातार चिल्ला रहे थे नितिन गडकरी ने कई बार उन्हें चुप कराने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माने. इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर चुप नहीं हुए तो थप्पड़ लगेगा. महाराष्ट्र के नागपुर में एक जनसभा में एक जनसभा ये घटनाक्रम हुआ. जो लोग चिल्ला रहे थे वो अलग विदर्भ राज्य के पक्ष में नारे लगा रहे थे.
नारेबाजी पर केंद्रीय मंत्री ने नाराजगी जाहिर की और उन लोगों को कार्यक्रम से बाहर निकलवा देने की धमकी दी. इस दौरान मंच पर महाराष्ट्र के मुख्मयंत्री देवेंद्र फड़णवीस भी मौजूद थे. PTI के मुताबिक जनसभा में गडकरी ने जब भाषण देना शुरू किया तो भीड़ में विदर्भ समर्थक कुछ कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए वहां बैठे मीडिया के लोगों में पर्चे भी फेंके. गडकरी ने कई बार इन लोगों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन उन्होंने सुना नहीं. इसके बाद गडकरी ने कहा,
‘यदि वे फिर हंगामा करते हैं तो उन्हें थप्पड़ लगाइए. याद रखिए – चिल्लाना बंद कीजिए अन्यथा थप्पड़ लगेगा और बाहर निकाल दिया जाएगा. उन सभी को बाहर निकालिए.’
क्या मांग कर रहे थे लोग?
आपको बता दें कि महाराष्ट्र से अलग विदर्भ राज्य की मांग कई सालों से चली आ रही है. कहा ये भी जाता है कि एक अक्टूबर, 1938 को विदर्भ राज्य बनाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था. लेकिन 80 साल बाद भी यह मांग पूरी नहीं हो पाई है. और लोग इसको लेकर आंदोलन भी कर चुके हैं. लोगों को कहना है कि विदर्भ में विकास से जुड़े सभी संसाधन और संपताएं मौजूद हैं लेकिन फिर भी यहां कि आर्थिक हालात खराब है और ये इसलिए है कि यहां कि संपदाओं का दोहन हो रहा है.