प्रियंका अगर ये कर पाईं तो BJP यूपी में सिर्फ 5 सीटें जीतेगी !
यूपी में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. सपा-बसपा-रालोद का गठबंधन हो गया है. प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में आ गई हैं. और पीएम मोदी अपना को एक और मास्टरस्ट्रोक की दरकार महसूस हो रही है. ऐसे में इंडिया टुडे कार्वी इनसाइट्स के मूड ऑफ द नेशन सर्वे के आंकड़े BJP की नींद हराम कर सके हैं.
यूपी में त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है और इसमें एक तरफ सपा-बसपा-रालोद है, दूसरी तरफ BJP-अपना दल है और तीसरी तरफ कांग्रेस है. कांग्रेस को अकेले 12%, महागठबंधन को 46%, BJP गठबंधन को 36 % वोट मिलने का अनुमान है.
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इन आकंड़ों में और तब्दीली आ सकती है अगर प्रियंका अपनी राजनीतिक सूझ-बूझ का परिचय देकर नया समीकरण बनाती हैं. इस सर्वे में एक आंकड़ा ये भी निकल सामने आया है कि अगर प्रियंका क्रांग्रेस-सपा-बसपा-रालोद के महागठबंधन का साकार कर पाती हैं तो बीजेपी को सिर्फ 5 सीटें मिलेंगी.
कांग्रेस-सपा-बसपा-रालोद के बीच भी सहमति बन जाती है तो बीजेपी सिमटकर 5 सीटों पर आ सकती है. महागठबंधन को 75 सीटें मिल सकती है. सर्वे में ये भी साफ दिखाई दे रहा है कि BJP से जो वोट करेगा वो सभी दलों में बराबर बंटेगा.
यानी अगर प्रियंका के यूपी में सक्रिय होने से अगर गठबंधन के साथ कोई बात बन जाती है तो फिर बीजेपी का सफाया हो सकता है.
ये सर्वे 28 दिसंबर 2018 से 8 जनवरी 2019 के बीच किया गया है. 20 लोकसभा क्षेत्रों से 2478 सैंपल जमाकर करके ये आकंड़े निकाले गए. सर्वे में कहा गया है कि एनडीए को 55 सीटों का नुकसान हो सकता है. यानी सिर्फ 18 सीटें बीजेपी+ जीतेगी. वहीं सपा-बसपा-रालोद को 53 सीटें मिल रही हैं. कांग्रेस को 4 सीटें मिल रही हैं.
सोशल साइंसेंज एंड डेवलपमेंट स्टडीज (सीएसडीएस) के सर्वेक्षण आधारित आंकड़ों के मुताबिक़, 2014 के आम चुनाव में बीजेपी को शहरी क्षेत्र में 55 % मत मिले थे, कांग्रेस को 20 %, जबकि बहुजन समाज को 14 और समाजवादी पार्टी को महज़ सात %. सवर्ण मतदाताओं की बात है बीजेपी को ब्राह्मण, राजपूत, वैश्य और जाट मतदाताओं के औसतन 70 % मत मिले थे जबकि इन मतदाताओं की दूसरी पसंद कांग्रेस पार्टी ही रही थी. ऐसे में शहरी क्षेत्रों में प्रियंका अपना असर अगड़ी जातियों क मतदाताओं में दिखा सकती हैं.