5 राज्यों के एग्जिट पोल्स क्या संकेत दे रहे हैं ?
जीत जरूरी है और तब और जरूरी है जब आप लगातार हार रहे हों. 7 दिसंबर को जैसे ही राजस्थान का मतदान खत्म हुआ तमाम चैनल पर एग्जिट पोल्स आने शुरू हो गए. लंबे वक्त बाद कांग्रेस के लिए 7 दिसंबर का दिन सुखद अहसास कराने वाला रहा और कांग्रेस प्रवक्ताओं ने खुलकर बोला. क्या एग्जिट पोल क्या नतीजों में तब्दील होंगे ये 11दिसंबर को पता चलेगा. लेकिन इससे कुछ संकेत मिल रहे हैं.
क्या संकेत दे रहे हैं एग्जिट पोल ?
- 11 दिसंबर के नतीजे राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए टॉनिक का काम करेंगे. 2019 से पहले राहुल स्थापित होंगे औरविपक्षी दलों के बीच उनकी स्वीकार्यता बढ़ेगी.
- तेलंगानामें कांग्रेस ने TRS के खिलाफ गठबंधन बहुत कामयाब नहीं रहा. चंद्रबाबू नायडू औरराहुल गांधी का साथ, हाई वोल्टेज प्रचार, बावजूद इसके केसीआर को ज्यादा टक्कर नहींदे पाया गठबंधन. 2019 से पहले आम चुनाव में इस गठबंधन केभविष्य पर भी असर पड़ सकता है. केसीआर का समय पूर्व चुनाव कराने का दांव भी सहीलगता दिख रहा है.
- राजस्थानमें राजे से लोग नाराज हैं. वो चुनाव हारती हैं तो उनके राजनीति भविष्य पर संकतआएगा. एग्जिट पोल्स के नतीजे उनके खिलाफ दिख रहे हैं. राजस्थान में बीजेपी गजेंद्र सिंह शेखावत और राज्यवर्धन राठौर जैसे नेताओं को उभार सकतीहै.
- एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्योंमें क्षत्रप कामयाब नहीं रहे. सिर्फ वोटकटवा के रू में इनकी भूमिका रही. अखिलेश औरमायावती के लिए झटका है जो आखिरी समय में कांग्रेस गठबंधन से अलग होकर लड़े. साथलड़ते तो शायद कांग्रेस और फायदा होता.
- राजस्थानमें वसुंधरा से लोग नाराज जरूर थे लेकिन एमपी में शिवराज सिंह की लोकप्रियताबरकरार है. लेकिन लोगों में बदलाव की चाहत है. तीनों राज्यों में बीजेपी को इसकासामना भी करना पड़ा.
- पीएमनरेंद्र मोदी ने हाईटेक प्रचार किया. बीजेपी ने 2019 पर केंद्रित होकर प्रचारकिया. अगर कांग्रेस बीजेपी को मात देने में कामयाब रही तो मोदी की अजेय इमेज परअसर पड़ेगा.
- एग्जिटपोल्स के नतीजे विपक्ष को जिंदा करने का काम करेंगे. संसद के शीतकालीन सत्र मेंइसका असर होगा अगर कांग्रेस जीत दर्ज करती है. कांग्रेस फिर से सेंटर पॉइंट आ जाएगी.राफेल, किसान और नोटबंदी पर फिर कांग्रेस फ्रंट पर आ जाएगी.
मिजोरम के एग्जिट पोल्स के हिसाब से ये साफ है कि नार्थ ईस्ट में कांग्रेस सिकुड़ रही है. यहां कांग्रेस अपने किसी राज्य को बचा पाने में सफल नहीं हुई.
अंत में, लोकसभा चुनाव के मुद्दे बदल जाएंगे. एग्जिट पोल्स सही रहा तो बीजेपी को अपने लिए नया एजेंडा तलाशना होगा. बीजेपी 2019 में हिंदुत्व के मुद्दे पर धार दे सकती है. एग्जिट पोल्स के हिसाब से ही नतीजे आए तो सरकार का स्टैंड बदल सकता है.