क्या MP में चमकेगा कांग्रेस की किस्मत का सितारा ?
मध्यप्रदेश: 15 साल हो गए इस इंतजार में की मध्यप्रदेश की कुर्सी पर बैठने का मौका मिलेगा लेकिन शायद होनी को ये मंजूर नहीं था. या यूं कहें कि कांग्रेस की किस्मत में कुस्सी थी ही नहीं. लेकिन अब हालात बदलने का दावा कांग्रेसी कर रहे हैं और कह रहे हैं कि सत्ता का सूखा खत्म होगा वोटों की बारिश से पार्टी भीग जाएगी. 2003 में जब कांग्रेस सत्ता से बेदखल हुई थी तो सूबे की कमान दिग्विजय सिंह के हाथ में थी. अब जब 2018 में पार्टी सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है तो वही दिग्गी राजा दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस 126 से 132 सीट जीत रही है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कह रहे हैं कि कांग्रेस की झोली में 140 से ज्यादा सीटें गिरेंगी. इन भविष्यवाणियों का आधार ये है कि इस बार मध्यप्रदेश में जनता ने मतदान जमकर किया है और करीब 75 फीसदी वोट डाले गए हैं. कांग्रेसी ये मानकर चल रहे हैं कि ज्यादा मतदान के माएने ये है कि लोगों ने सरकार के खिलाफ वोट किया है और हवाओं का रूख कांग्रेस के पक्ष में है. दिग्विजय सिंह तो ये भी कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं चाहते हैं कि एमपी में शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया और छत्तीसगढ़ में रमन सिंह जीते. खैर 11 दिसंबर बीजेपी, मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी के लिए बहुत अहम तारीख है. खेत है मामा का तराना सुनाई देता है या राहुल का रोल निखरता है