हमारे अंदर का आदमी, मर तो नहीं गया
आसमान से कोई नहीं टपकता... इसी समाज का हिस्सा होता है... इवेंट मैनेजर... हिप्पोक्रेट.. वगैरह वगैरह जैसे तमगों से नवाज...
आसमान से कोई नहीं टपकता... इसी समाज का हिस्सा होता है... इवेंट मैनेजर... हिप्पोक्रेट.. वगैरह वगैरह जैसे तमगों से नवाज...