भारत-चीन विवाद: वो 20 बातें जो आपके लिए जानना ज़रूरी है
भारत और चीन की सेना में तनातनी ने उग्र रूप ले लिया और हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए. पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में सोमवार रात को तनाव बढ़ गया है.
इस घटना के बाद दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच लद्दाख में हालात सामान्य करने के लिए मीटिंग चल रही है. पूर्वी लद्दाख में हुई घटना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, तीनों सर्विस चीफ और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ मीटिंग की है.
गलवां घाटी में पिछले 5 हफ्तों से काफी तनाव के हालात
- चीन ने भारतीय सेना पर बॉर्डर क्रॉस करने का आरोप लगाया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने वहां के विदेश मंत्री के हवाले से कहा है कि सोमवार को भारतीय सेना अवैध रूप से दो बार बॉर्डर क्रॉस किया और चीन के सिपाहियों पर उकसाने वाला हमला किया. इसके फलस्वरूप गंभीर झड़प हुई.
- चीन ने भारत से बॉर्डर पर तैनात अपने सैनिकों को बॉर्डर क्रॉस करने या सीमा के हालात को जटिल बना सकने वाली किसी भी एकतरफा कार्रवाई से रोकने की अपील की है. ग्लोबल टाइम्स में चीन के विदेश मंत्री के हवाले से यह भी कहा गया है कि दोनों देश द्विपक्षीय मुद्दों को बातचीत से सुलझाने के लिए तैयार हैं.
- बीच झड़प में जिन भारतीय सैनिकों की मौत हुई है, उनमें एक कर्नल तेलंगाना के सूर्यापेट ज़िले के रहने वाले हैं और एक जवान तमिलनाडु के रामानाथपुरम ज़िले से हैं.
- भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प में भारतीय सैनिकों के मारे जाने की ख़बर आने के बाद विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
- कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, ”डियर पीएम, ख़ामोशी अब और स्वीकार्य नहीं, आपको बोलना ही होगा.”कांग्रेस ने आगे पूछा कि अगर चीनी सैनिक पीछे हट रहे थे तो हमारे (भारतीय ) सैनिक कैसे मारे गए. किन हालात में भारतीय सैनिक मारे गए?
- दोनों देशों के सीमा पर ये विवाद अप्रैल के तीसरे हफ़्ते से जारी है. दोनों देशों के बीच बातचीत से इस मसले को सुलझाने के लिए जून की शुरुआत में ब्रिग्रेडियर स्तर की बातचीत भी हुई, मेजर जनरल स्तर की बात हुई, कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई. लेकिन बीती रात विवाद ने हिंसक रूप ले लिया.
- पिछले आठ- 10 सालों में घुसपैठ के मामलों में तेज़ी देखने को मिली है. पिछले साल के आँकड़े बताते हैं कि 650 बार ऐसी कोशिश हुई हैं. यानी घुसपैठ की कोशिशें लगातार बढ़ रही हैं.
- चीन ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के बहुत पास तक अच्छी सड़कें बना ली है,इस वजह से अपना सारा सामान, हथियार और सैनिक जल्द ही सीमा तक आ सकते हैं.
- घुसपैठ की कोशिश केवल एक जगह से नहीं एक साथ कई जगहों से एक साथ की जा रही है.
- पिछले दो साल में भारत और चीन के बीच दो अनौपचारिक शिखर वार्ता हुई है. एक अप्रैल 2018 में चीन के वुहान शहर में. जहाँ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई थी और दूसरी बार चेन्नई के पास ममल्लपुरम में दोनों एक बार फिर से मिले थे.
- भारत और चीन के बीच कारोबार में किस तरह बढ़ोतरी हुई है, इसका अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि इस सदी की शुरुआत यानी साल 2000 में दोनों देशों के बीच का कारोबार केवल तीन अरब डॉलर का था जो 2008 में बढ़कर 51.8 अरब डॉलर का हो गया.
- 2018 में भारत चीन के बीच 95.54 अरब डॉलर का कारोबार हुआ लेकिन इसमें भारत ने जो सामान निर्यात किया उसकी क़ीमत 18.84 अरब डॉलर थी.
- चीनी कंपनी अली बाबा की बिग बास्केट, पेटीएम, स्नैपडील और जौमेटो में तकरीबन 500 मिलियन डॉलर का निवेश है. वहीं BYJUs, फ़्लिपकार्ट, ओला, स्विगी में चीन की टेनसेंट नाम की कंपनी की हिस्सेदारी है.
- वीवो, ओपो, शाओमी जैसे मोबाइल फोन का भारत बहुत बड़ा मार्केट है. यही वजह है कि भारत और चीन एक दूसरे से दुश्मनी मोल नहीं ले सकते.
- संसद में भारत सरकार के एक बयान के मुताबिक़, भारत की दवा बनाने वाली कंपनियां क़रीब 70 फ़ीसदी एपीआई चीन से आयात करती हैं.किसी बड़े देश के साथ उलझने का मतलब नुक़सान भारत का भी होगा.
- गलवान घाटी विवादित क्षेत्र अक्साई चीन में है. गलवान घाटी लद्दाख़ और अक्साई चीन के बीच भारत-चीन सीमा के नज़दीक स्थित है.
- अक्साई चीन पर भारत और चीन दोनों अपना दावा करते हैं. ये घाटी चीन के दक्षिणी शिनजियांग और भारत के लद्दाख़ तक फैली है.
- ये क्षेत्र भारत के लिए सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये पाकिस्तान, चीन के शिनजियांग और लद्दाख़ की सीमा के साथ लगा हुआ है. 1962 की जंग के दौरान भी गालवन नदी का यह क्षेत्र जंग का प्रमुख केंद्र रहा था.
- पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ‘घुसपैठ’ के ख़िलाफ़ देश से एक साथ खड़े होने की अपील की है.
- जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर सवाल किया है कि अगर ‘तनाव कम करने की प्रक्रिया में चीन भारतीय सेना के कर्नल और दो जवानों को मार सकता है तो सोचिए कि स्थिति कितनी ख़राब होगी, यह तब होता है जब मीडिया सरकारी लाइन पर चलता है और सवाल पूछना राष्ट्रविरोधी होता है.’
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