IIT मद्रास में हुआ ये काम भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है ?
IIT मद्रास मैस में जाने के रास्तों का बंटवारा इस आधार पर कर दिया गया है कि शाकाहारी और मांसाहारी के आधार पर किया गया है. उत्तर भारतीय मैस में दो दरवाजे हैं और इन पर पोस्टर चस्पा करके लिख दिया गया है कि ‘शाकाहारी छात्र यहां हाथ धोएं.’, ‘मांसाहारी छात्रों के लिए एंट्री और एक्जिट.’ कुछ छात्रों ने ये पोस्टर शेयर किए हैं.
अलग एंट्री और एग्जिट भी बनाए गए हैं. शाकाहारी और मांसाहारी छात्रों के लिए भोजनालय के बेसिन तक अलग कर दिए गए हैं. सवाल ये है कि क्या IIT शाकाहारी और मांसाहारी की लड़ाई का केंद्र बनता जा रहा है. छात्रों का एक धड़ा अपने साथ भेदभाव का आरोप लगा रहा है. हालांकि इस मामले में संस्थान ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
खबर ये भी आ रही है कि जैन समाज के छात्रों के भोजन के लिए अलग से इंतजाम किए गए थे, लेकिन शाकाहार और मांसाहार को लेकर भेदभावपूर्ण इंतजाम किए जाने की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. पिछले साल मई में संस्थान में ‘बीफ फेस्टिवल’ होने के बाद से शाकाहारी छात्रों के लिए अलग से भोजनालय की मांग की जा रही है. और हिंसा भी हुई थी और खबर ये है कि हिंसा करने वाले छात्र के परिवार का ताल्लुक संघ से था.