महाराष्ट्र में सत्ता का नया समीकरण, शिवसेना के लिए कांग्रेस का नया फॉर्मूला

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New equation of power in Maharashtra, Congress's new formula for Shiv Sena

विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में भले ही बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिल गया हो लेकिन सरकार किसकी बनेगी ये अभी तय नहीं हो पाया है. शिवसेना 50-50 के फॉर्मूले को लागू करने की बात रह रही है और बीजेपी का कहना ही कि जो तय हुआ था वही होगा महाराष्ट्र में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं थी.

महाराष्ट्र की सियासत में सत्ता के लिए नया फॉर्मूला बनाया जा रहा है. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना गठबंधन की बात कहने के बाद अब महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि शिवसेना की ओर से कोई प्रस्ताव आएगा तो विचार करेंगे. महाराष्ट्र में भाजपा-शिवेसना गठबंधन को स्पष्ट बहुमत (161 सीटें) मिला है लेकिन 50-50 फॉर्मूले को लेकर बीजेपी और शिवसेना में खींचतान मची हुई है. महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहब थोराट ने गठबंधन सरकार के सवाल पर शुक्रवार को कहा कि शिवसेना की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. थोराट ने ये भी कहा है कि अगर शिवसेना इस तरह का कोई प्रस्ताव लेकर आती है तो इस संबंध में पार्टी आलाकमान से बात करेंगे.

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हालांकि एनसीपी मुखिया शरद पवार ने साफ कहा है कि वो किसी भी गठबंधन पर विचार नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सदस्यों वाली विधानसभा के चुनाव में भाजपा के पास 105, शिवसेना के पास 56, राकांपा के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 सीटें आई हैं. नतीजों के बाद से ही शिवसेना के तेवर बदले हुए हैं. इस बदलाव को देखकर कांग्रेस बीजेपी को सत्ता में पहुंचने से रोकने में लगी है. इसलिए थोराट ने कहा- नतीजों से यह स्पष्ट हो गया है कि जनमत संग्रह भाजपा के खिलाफ है. हमने जनता के फैसले को स्वीकार किया है और मजबूत विपक्ष के रूप में जनता की सेवा को तैयार हैं.

चह्वाण ने राकांपा-शिवसेना-कांग्रेस के साथ आने की बात कही

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण ने नतीजों के बाद गुरुवार को चौंकाने वाला बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस साथ आ सकती हैं. इतना ही नहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने एक कॉर्टून पोस्ट किया है जिसमें कमल, घड़ी के साथ शिवसेना के चुनाव चिह्न शेर का इस्तेमाल किया गया है. हालांकि, उन्होंने इसके कैप्शन में लिखा- व्यंग चित्रकार का कमाल. बुरा न मानो दिवाली है. इस कार्टून के बाद गठबंधन के नए समीकरणों को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. शिवसेना के तेवर को देखकर लगता है कि वो सभी तरह के समीकरण पर विचार कर रही है. और अगर कुछ अप्रत्याशित होता है तो ये बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.

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