लोकसभा चुनाव 2019 : INS विराट पर पिकनिक मनाने नहीं गए थे राजीव गांधी, 4 नौसेना प्रमुखों ने PM के दावे को खारिज किया
राजीव गांधी को लेकर किए गए एक और दावे पर पीएम मोदी घिर गए हैं. 4 नौसेना प्रमुखों ने पीएम मोदी के दावे को खारिज कर दिया है. दिल्ली रामलीला मैदान में पीएम मोदी ने राजीव गांधी को लेकर एक बयान देते हुए कहा था कि राजीव गांधी INS विराट पर अपने दोस्तों पर और परिवार के साथ पिकनिक मनाने गए थे.
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एडमिरल रामदास ने साफ किया है है कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया तब आधिकारिक दौरे पर लक्षद्वीप गए थे. उनके निजी इस्तेमाल के लिए कोई पानी का जहाज प्रयोग नहीं किया गया था. एडमिरल रामदास ने ये भी बताया है कि उस वक्त राजीव गांधी के साथ कोई भी विदेशी मेहमान या दोस्त नहीं था. एडमिरल एल रामदास ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि उन्होंने तत्कालीन सहयोगियों एडमिरल अरुण प्रकाश, वाइस एडमिरल विनोद पसरीचा और वाइस एडमिरल मदनजीत सिंह से बातचीत के बाद ही यह बयान जारी किया है.
आपको बता दें कि जिन नौसेना प्रमुखों ने ये बयान जारी किया है वो सभी उस वक्त नौ सेना के वेस्टर्न फ्लीट में तैनात थे. विनोद पसरीचा आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर थे जबकि एडमिरल अरुण प्रकाश आईएनएस विंध्यगिरी के कमांडिंग ऑफिसर और वाइस एडमिरल मदनजीत सिंह आईएनएस गंगा के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर थे. चारों पूर्व अधिकारियों ने साफ किया कि तत्कालीन पीएम राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी तब आधिकारिक दौरे पर लक्षद्वीप गए थे.
एडमिरल रामदास के बयान में क्या है ?
‘ पीएम (राजीव) और सोनिया तब आइएनएस विराट से आधिकारिक दौरे के तहत लक्षद्वीप जा रहे थे, जहां उन्हें (आईलैंड्स डेवलपमेंट अथॉरिटी) आईडीए की बैठक में शामिल होना था. आईएनएस विराट पर तब मेरी (रामदास) ओर से राजीव गांधी और सोनिया गांधी के लिए डिनर रखा गया था। वहां तब कोई और पार्टी नहीं हुई थी. वे चॉपर से कुछ और द्वीप पर स्थानीय अधिकारियों से मिलने गए थे. उनके साथ तब बेटे राहुल नहीं गए थे. ये बैठकें और कार्यक्रम 1987 में हुए थे. वेस्टर्न फ्लीट ने इसके लिए पहले अभ्यास भी किया था. मेरे पास सबूत के तौर पर उस रात डिनर का फोटो भी है’.
आपको यहां ये भी बता दें कि आधिकारिक दौरों पर पीएम को सरकारी विमान में पत्नी को साथ लेकर जाने की अनुमति होती है. एडमिरल रामदास ने ये भी साफ कर दिया है कि गांधी परिवार के निजी इस्तेमाल के लिए किसी भी पानी के जहाज को नहीं भेजा गया था. एडमिरल रामदास इससे पहले भी मोदी सरकार द्वारा सेना के राजनीतिकरण को लेकर नाराजगी जता चुके हैं. सेना के नाम पर उन्होंने बीजेपी नेताओं द्वारा वोट मांगने को लेकर न सिर्फ पूर्व में चिंता जताई थी, बल्कि राष्ट्रपति से उस मसले में दखल देने के लिए भी कहा था.
लक्षद्वीप के तत्कालीन प्रशासक ने भी किया PM के दावे का खंडन किया
लक्षद्वीप के उस वक्त के प्रशासक रहे हबीबुल्ला वजाहत ने भी एक समाचार चैनल से बातचीत में ये भात स्पष्ट कर दी है कि ये मामला 1987 के दिसंबर का है. बतौर हबीबुल्ला राजीव गांधी ने छुट्टियां मनाने के लिए आईएनएस विराट का इस्तेमाल नहीं किया था. उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री को सच्चाई ही कहनी चाहिए, पर उनकी बात सच नहीं है. पीएम मोदी राजीव गांधी को लेकर दिए गए इस बयान पर पूरी तरह से घिर गए हैं. कांग्रेस ने भी इसको लेकिन पीएम को घेरना शुरु कर दिया है.