दावा: सरकार ने कहा है कि 2017 और 2018 में लाखों नौकरियां दीं
पूरे देश में रोजगार को लेकर बहर छिड़ी हुई है. एनएसएसओ के आंकड़ों पर चर्चा हो रही है. लेकिन नीति आयोग का कहना है कि ये आखिरी आंकड़े नहीं है. ऐसे में मोदी सरकार ने दावा किया है कि अलग-अलग प्रतिष्ठानों में 2017 और 2019 के बीच 3.79 लाख से ज्यादा नौकरियां पैदा कीं हैं.
2017 और 2018 के बीच केंद्र सरकार में 2,51,279 लोगों को नौकरी मिली. 1 मार्च 2019 तक कुछ और नौकरियां सृजित होने का दावा किया जा रहा है. वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने एक फरवरी को पेश किए अंतरिम बजट के दस्तावेजों के विश्लेषण से पता चलता है कि नौकरियां रेलवे, आयकर और सुरक्षा बलों में सृजित हुईं हैं.
ऐसे वक्त में जब विपक्ष लागातार मोदी को बेरोजगारी के मुद्दे पर धेर रहा है तब ये आंकड़े सरकार को राहत दे सकते हैं. मोदी कहते आए हैं कि कर्मचारी भविष्य निधि, राष्ट्रीय पेंशन योजना, आयकर फाइलिंग और वाहनों की बिक्री के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा था कि परिवहन, होटलों और ढांचागत समेत औपचारिक तथा असंगठित क्षेत्रों में 6 करोड़ नौकरियां मिली हैं.