कैसे होंगे भविष्य के दफ्तर ?
जमाना स्मार्ट हो गया है. जिसके आगे स्मार्ट लग जाए इसकी कीमत बढ़ जाती है. हम मे ज्यादातर लोग दफ्तर जाते हैं और दफ्तर की व्यवस्थाओं को लेकर शिकायत करते हैं. लेकिन जरा सोचिए कि एक दफ्तर हो जिसमें सबकुछ स्मार्ट हो. साफ हवा, हाईटेक सुविधाएं, पूरा दफ्तर आर्टिफिशल इंटेलीजेंस से लैस हो. कर्मचारियों के स्मार्टफोन से पूरा दफ्तर कनेक्टेड हो. वैसे तो आप कहेंगे कि कहां कपोल कल्पना है. कहां ऐसा मुमकिन है.
लेकिन जनाब ये कल्पना थी, है नहीं आने वाले वक्त में ये सब होगा. नीदरलैंड में दफ्तरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस किया जा रहा है. ऑस्ट्रियाई रियल एस्टेट कंपनी CA इमो एक ऐसा स्मार्ट प्रोजेक्ट ‘क्यूब’ बना रही है जो इस साल के आखिर तक पूरा हो जाएगा. इस दफ्तर में सेंसर होंगे जो गति, तापमान और लाइट से नमी और कार्बन डाइ ऑक्साइड को मापेगा और एक क्लाउड प्लेटफार्म से जुड़ा रहेगा. ये दफ्तर हाईटेक होगा यानी दफ्तर में अगर कोई हिस्सा खाली है तो वहां लाइट बंद हो जाएगी.
ऑक्सीजन की मात्रा कर्माचारियों के हिसाब से घटेगी और बढ़ेगी. कर्मचारियों के स्मार्टफोन पर एक ऐप से पूरे दफ्तर की जानकारी मिलेगी. ऐप से ऑफिस की गतिविधियों को पूरा ब्योरा देखा जा सकेगा. कर्मचारियों को दफ्तरों में ऐसा माहौल मिलेगा जो उन्हें बीमारियों से बचाएगा. कर्मचारियों को बैठना कहां है ये भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से तय होगा. सिर्फ क्यूब प्रोजेक्ट ही नहीं दुनिया में ऐसे और भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं जो दफ्तरों के कामकाज को एकदम बदल देंगे.