बाइडन ने की व्हाइट हाउस की तैयारी, ट्रंप खेमे में हंगामा जारी
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे अभी नहीं आए हैं लेकिन बाइडन की बढ़त ने डेमोक्रेट्स को खुश होने का मौका दे दिया है. डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन ने कहा है कि यह साफ़ है कि उनके पास अमेरिकी राष्ट्रपति पद जीतने के लिए पर्याप्त राज्य हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जो भी उम्मीदवार जीतता है वो जनवरी में व्हाइट हाउस पहुंचने की तैयारी से पहले अपनी एक ट्रांज़िशन टीम का गठन करता है. और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बाइडन ने वाइट हाउस जाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. अब जो बाइडन ने ‘बिल्ड बैक बेटर’ नाम से ट्रांज़िशन वेबसाइट शुरू की है.इसमें लिखा है,
“देश जिस तरह के संकट से गुज़र रहा है उनमें महामारी से लेकर आर्थिक मंदी और जलवायु परिवर्तन से लेकर नस्लीय अन्याय जैसे गंभीर मुद्दे शामिल हैं. ट्रांज़िशन टीम पूरी तेज़ी के साथ तैयारी करेगी जिससे बाइडन-हैरिस प्रशासन पहले दिन से काम शुरू कर सके.”
बुधवार को बाइडन ने दोहराया था कि उनके राष्ट्रपति बनने के पहले दिन ही पेरिस जलवायु समझौते में अमेरिका दोबारा शामिल होगा. बुधवार को अमेरिका आधिकारिक तौर पर इस समझौते से निकल गया था. 2016 में उन्होंने इसका वायदा किया था. डेमोक्रेट्स को लग रहा है इस बार अमेरिका की सर्वोच्च कुर्सी जो बाइडन के पास ही रहेगी. लिहाजा उन्होंने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खेमे में ना खुशी का माहौल है.
सड़कों पर उतरे रिपब्लिकंस
चुनाव परिणामों के लिए बेहद अहम राज्य पेंसिल्वेनिया के फ़िलाडेल्फ़िया में मतगणना के दौरान सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हैं और उनकी माँग है कि हर एक वोट गिना जाए. ट्रंप के चुनावी कैंपेन ने विस्कॉन्सिन, मिशिगन और जॉर्जिया समेत पेंसिल्वेनिया में बचे बैलट न गिनने के लिए क़ानूनी लड़ाई शुरू कर दी है.
उधर राष्ट्रपति पद के दोनों ही उम्मीदवार अपनी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि मतगणना वहां रुकनी चाहिए जहां पर बैलट में ‘धोखाधड़ी’ हुई है. हालांकि, उन्होंने इसके कोई सबूत पेश नहीं किए हैं. अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों का भी कहना है कि व्यापक चुनावी धोखाधड़ी के कोई सबूत नहीं हैं. उधर बाइडन ने डेलावेयर में कहा, “जब मतगणना समाप्त होगी तो हमें विश्वास है कि हम जीतेंगे.”
उन्होंने कहा, “मैं एक अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर शासन चलाऊंगा. राष्ट्रपति पद अपने आप में कोई पक्षपातपूर्ण संस्थान नहीं है.” व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट की ज़रूरत होती है जिसमें बाइडन को अभी तक बढ़त है.
यह भी पढ़ें:
- सिलिकॉन वैली पहुँचा JOIST, वैश्विक संबंधों को विस्तार देने की कोशिश!
- क्या खत्म हो गई है पीएम मोदी और ट्रम्प की दोस्ती?
- मुश्किल में बीजेपी नेता विकास गर्ग, गाज़ियाबाद कोर्ट ने कहा- “दोबारा जाँच करके रिपोर्ट पेश करे पुलिस” जानिए क्या है पूरा मामला?
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
अपनी राय हमें [email protected] के जरिये भेजें. फेसबुक और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |