Kerala tourist plan: हफ्ते भर की छुट्टियां ऐसे करें एंजॉय, भूलेंगे नहीं ये टिप्स!

Kerala tourist plan

Kerala tourist plan ; केरल (Kerala) की अगर आपकी First Departure Trip है। तो यहां मैं आपको कुछ सुझाव दे रहा हूं। अगर आप एक हफ्ते का ट्रिप बनाकर इस खूबसूरत राज्य में छुट्टियां बिताने आते हैं तो ये सुझाव आपके काम आयेंग

  1. कोच्चि में नाइट स्टे करना वर्थ नहीं है… कोच्चि में रुकना एवॉइड भी किया जा सकता है… लेकिन अगर आप पहली बार साउथ आ रहे हैं, तो कोच्चि आपकी बहुत सारी भ्रांतियों को तोड़ देगा… कोच्चि केरल का दिल है और यहां की धड़कनें आपको बता देंगी कि केरल कैसा है…
  2. बाई डिफाल्ट मुन्नार में 2 नाइट का स्टे दिया जाता है… मुन्नार चारों दिशाओं में 20-30 किमी तक फैला है… लेकिन मुन्नार के लिए 2 नाइट पर्याप्त नहीं हैं… 2 नाइट यानी आपके पास मुन्नार घूमने के लिए बहुत लिमिटेड समय रहता है और आप इस पूरे समय में बस भागदौड़ ही करते रह जाते हैं… अब इधर चलो, अब उधर चलो, ये देखो, वो देखो, इधर से आधा घंटा बचा लो और वो पॉइंट भी add कर लो… मुन्नार केरल की जन्नत है और यह जन्नत केवल भागमभाग में निकल जाती है… यहां कम से कम 3 नाइट का स्टे होना चाहिए और पॉइंट्स की लालसा नहीं होनी चाहिए…
  3. थेक्कड़ी में एक नाइट का स्टे दिया जाता है… थेक्कड़ी का सबसे बड़ा आकर्षण पेरियार लेक में बोटिंग करना है… इसकी पहले से ऑनलाइन बुकिंग करानी होती है… लिमिटेड सीटें होती हैं और अक्सर सोल्ड आउट रहती हैं… आफ्टरनून वाला बैच तो हमेशा ही सोल्ड आउट मिलता है, क्योंकि सुबह मुन्नार से चलने वाले यात्री आफ्टरनून तक थेक्कड़ी पहुंचते हैं… अगर इसकी बुकिंग न मिले, तो एक नाइट के लिए थेक्कड़ी आना वर्थ नहीं है… फिर थेक्कड़ी में करने को जीप सफारी और कल्चरल प्रोग्राम ही बचते हैं… और ये सब मुन्नार में भी हो जाते हैं…

मेरा सुझाव है कि या तो थेक्कड़ी आओ मत… और अगर आओ, तो दो नाइट के लिए आओ… उस पूरे दिन में आप गवी जैसी जगह पर जा सकते हैं, जो Untouched and Unmatched है…

  1. अलेप्पी की हाउसबोट ओवररेटेड हैं… इनमें रुकना बिल्कुल भी वर्थ नहीं है… जब तक हाउसबोट मूवमेंट करती रहती हैं, तब तक इससे अच्छा कुछ नहीं होता… लेकिन जैसे ही रात भर के लिए रुक जाती है, तब बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता… सरकारी नियमों के अनुसार रात में हाउसबोट नहीं चल सकतीं, क्योंकि रात में मछुआरे लोग मछली पकड़ने के लिए जाल डाल देते हैं… हाउसबोट अपने ठिकाने पर रुकती हैं… वहां और भी बहुत सारी हाउसबोटें रुकी रहती हैं… यानी हाउसबोटों का महानगर हो जाता है… हाउसबोट कितनी भी लक्जरी हों, लेकिन बाहर उमस भरा वातावरण और अंधेरा होता है, झाड़ियां होती हैं, मच्छर होते हैं… आप हाउसबोट छोड़कर कहीं नहीं जा सकते… जिसने 10 हजार, 15 हजार या 20 हजार में हाउसबोट बुक कर रखी हो, उसे यह सब बहुत ज्यादा खलता है… मुझे इस सिस्टम की अच्छी जानकारी थी, इसके बावजूद भी मैं कहता हूं कि हाउसबोट में नाइट स्टे करना बिल्कुल भी वर्थ नहीं है…

तो ऐसे में क्या किया जा सकता है??… आप बैकवाटर के किनारे किसी आलीशान रिसॉर्ट में रुक सकते हैं… हाउसबोट के खर्चे में आप 5-स्टार रिसॉर्ट में ठहर सकते हैं, वो भी झील के किनारे… Well maintained… आपका नाइट स्टे यादगार हो जाएगा… और दिन में एक शिकारा हायर करके जहां चाहो, वहां निकल सकते हो… हाउसबोट हर जगह नहीं जा सकती, लेकिन शिकारा छोटा होता है और कहीं भी जा सकता है… अलेप्पी के बैकवाटर्स को एक्सप्लोर करने के लिए शिकारे से अच्छा कुछ नहीं होता है… अगर हाउसबोट का भी आनंद लेना है, तो हाउसबोट पर Day Cruise कर सकते हो… दिन भर हाउसबोट में रहो, घूमो, खाओ पीओ… और शाम को हाउसबोट से उतरकर अपने रिसॉर्ट चले जाओ…

  1. पूवार अच्छी जगह है, लेकिन यहां बोटिंग के चार्ज दम निकाल देते हैं… पूवार में बैकवाटर और समुद्र मिलते हैं… आप यहां गोल्डन सैंड बीच का भी आनंद ले सकते हैं और बैकवाटर्स का भी आनंद ले सकते हैं… लेकिन बोटिंग 2 लोगों के लिए 4500 रुपये से स्टार्ट होती है, वो भी केवल 2 घंटे के लिए… यह वास्तव में बहुत ज्यादा है…

जब केरल में और भी स्थानों पर बैकवाटर्स हैं, तो पूवार क्यों जाना??… आप अलेप्पी जाओ, कुमाराकोम जाओ, मुनरो आइलैंड जाओ… यहां पूवार के आधे रेट में आप दिनभर बैकवाटर में बोटिंग का आनंद ले सकते हैं…मेरा सुझाव है कि आप पूवार छोड़ दो और अलेप्पी या कुमाराकोम में एक-एक दिन बढ़ा लो…

  1. कोवलम बीच शानदार है… इसकी गिनती दुनिया के खूबसूरत बीचों में होती है… जनरल टूर पैकेज में अलेप्पी से कोवलम की दूरी एक दिन में तय की जाती है… यह दूरी 160 किमी ही है, लेकिन इसे तय करने में 5-6 घंटे लग जाते हैं… अगर जटायु पार्क घूमते हुए जा रहे हैं, तो 8 घंटे भी लग जाते हैं… सुबह 9 बजे आप अलेप्पी से चेक आउट करते हैं और कोवलम पहुंचते-पहुंचते शाम हो जाती है… यानी यह पूरा दिन बिना किसी खास साइटसीन के निकल जाता है…

मेरा सुझाव है कि कोवलम के विकल्प देखे जाएं… अलेप्पी के पास मारारीकुलम बीच अच्छा विकल्प है… व्हाइट सैंड बीच है… ठहरने के लिए अच्छी प्रोपर्टियां हैं… और कोई भीड़ नहीं है, कोई भागदौड़ नहीं…

कुल मिलाकर बहुत सारे लैसन सीखने को मिले… और इन सभी को अगले डिपार्चर में लागू करेंगे…

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