बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे. राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि एकनाथ शिंदे आज शाम साढ़े सात बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे
उन्होंने कहा-साल 2019 में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था. लेकिन शिवसेना ने जनमत का अपमान किया था. उद्धव छाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाकर सरकार बनाई. उद्धव ठाकरे ने जनमत का अपमान किया था, जैसा कि बीजेपी को सबसे अधिक सीटें मिली थीं.
फडणवीस ने कहा कि एक ओर जहां बालासाहेब ने हमेश दाऊद का विरोध किया वही, दाऊद का साथ देने वाले एक नेता के साथ जान का फ़ैसला किया. दाऊद से जुड़े उस नेता को मंत्री पद तक से नहीं हटाया गया.
फडणवीस ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे को शिवसेना के नेताओं का पूरा समर्थन है.
एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे को कितना नुकसान पहुंचाएंगे?
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़े के बाद सवाल ये है कि अब उनका और उस पार्टी का भविष्य क्या होगा जिसे उनके पिता ने बनाया था. उनके अधिकतर विधायकों के विद्रोह के बाद उनके पास 55 में से केवल 13 विधायक बचे हैं. विद्रोही विधायकों का आरोप था कि उद्धव ठाकरे पर उन्हें भरोसा नहीं रहा था क्योंकि उन्होंने हिंदुत्व की विचारधारा को त्यागकर और हिंदू राष्ट्रवाद की उनकी मूल विचारधारा की अनदेखी करके शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.
विद्रोह करने वाले 39 शिवसेना विधायक अपने राज्य महाराष्ट्र से हज़ारों किलोमीटर दूर असम के गुवाहाटी शहर के एक होटल में कई दिनों तक छिपे रहे थे. वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विद्रोही अब मुंबई लौट आए हैं और उम्मीद है कि वो भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिश करेंगे. शिवसेना और बीजेपी 30 सालों तक भागीदार रहने के बाद 2019 में अलग हुए थे.
शिवसेना मुंबई और राज्य में कुछ अन्य हिस्सों में एक असाधारण शक्तिशाली पार्टी रही है लेकिन अपने दो-तिहाई विधायकों की बग़ावत और सत्ता से कई साल के बाद पहली बार बाहर होने पर उसे अपने अस्तित्व के लिए जूझना पड़ सकता है.
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